ग्राम सभाओं के संवैधानिक अधिकारों के साथ पेसा एवं वनाधिकार मान्यता कानून के क्रियान्वयन के मुद्दों पर होगी चर्चा
कोरबा@M4S:कोरबा में 24 फरबरी को जिले के ग्राम मोरगा में दोपहर हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति एवं छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयुक्त तत्वाधान में पाँचवी अनुसूचित क्षेत्रों की ग्रामसभाओं का विशाल सम्मेलन आयोजित किया गया हैं । इस सम्मेलन में क्षेत्र के लगभग 150 गांव की ग्रामसभाओं के लोग शामिल होंगे । सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य संविधान की पाँचवी अनुसूची के प्रावधानों के प्रति ग्रामसभाओं के अधिकारों का प्रकटन एवं पेसा व वनाधिकार मान्यता कानून की मूल मंशा अनुरूप उसके क्रियान्वयन की मांग सरकार के समक्ष रखना।
ज्ञात हो कि पिछले 15 वर्षों में छत्तीसगढ़ में ग्रामसभाओं के अधिकारों का सतत हनन हुआ हैं। पेसा कानून और वनाधिकार मान्यता कानून जो कि ग्रामसभाओं को अधिकार सम्पन्न बनाते हैं उनका कभी भी प्रभावी क्रियान्वयन राज्य सरकार के द्वारा नही किया गया । यहां तक कि
कारपोरेट मुनाफे के लिए ग्रामसभाओं से दवाबपूर्वक प्रस्ताव हासिल किए जाते रहे।
यह सम्मेलन हसदेव अरण्य क्षेत्र में हो रहा हैं जिसमे विभिन्न कोल ब्लॉक प्रस्तवित हैं जिनका ग्राम सभाएं सतत विरोध करती रही हैं।
सम्मेलन में राज्य के आदिम जाति अनुसूचित जाति विकास, स्कूल शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, स्थानीय विधायक मोहित केरकेट्टा, वरिष्ठ किसान नेता आनंद मिश्रा सहित विभिन्न जन संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे ।