पूर्ण आस्था के साथ शहीद परिवार ने रुद्राक्ष यात्रा का स्वागत कर पूजा अर्चना किया,पांच दिवसीय रुद्राक्ष यात्रा सम्पन्न

- Advertisement -

 

मालखरौदा@M4S:25 अक्टूबर को मां अष्टभुजी की नगरी अड़भार से प्रारंभ 5 दिवसीय रूद्राक्ष यात्रा का समापन आज 31 अक्टूबर सोमवार को मालखरौदा ब्लॉक के विभिन्न गांवों में भ्रमण के पश्चात् देवश्री हरिगुजर महाराज की धरा ग्राम सकर्रा में भोजन भंडारे और धर्मांतरण किए कई परिवारों के लोगों की घर वापसी के साथ समापन हुआ, रुद्राक्ष यात्रा मालखरौदा ब्लॉक के  शुभारंभ
माँ अष्टभुजी मंदिर अड़भार से बंजारी , कर्रापाली , तौलिपाली में  भांटा,फगुरम,भदरीचौक,बोड़ासागर ,सेरो,सारसकेला ,परसी ,
परसा ,अंडा ,अंडी ,चरौदा,चरौदी ,किरकार,जमगहन,मुक्ता ,
सिंघरा ,चिखली ,मालखरौदा , बीरभांठा, कलमी ,मिशन चौक, पिहरिद,भठोरा, सारसडोल, नवागांव, मोहतरा, पोता , बंदोरा , करीगांव,चन्देलाडीह ,आमनदुला ,पंडरीपानी ,डोंगिया ,सुलौनी ,
सुकलीपाली ,कटारी ,पिकरीपार ,सोनादुला , दर्राभांठा होते हुए आज सकर्रा में श्री हरि गुजर महराज  परिसर में भोजन भंडारा एवं समापन हुआ।  यात्रा में रामरूप दास महात्यागी रामाश्रय हरिहर क्षेत्र केदार मदकू द्वीप  के सानिध्य में रुद्राक्ष यात्रा के तहत  श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में रुद्राक्ष वितरण किया गया । रुद्राक्ष यात्रा के दौरान गांव गांव में लोग भगवान भोलेनाथ की रथ का स्वागत अपने घरों में रंगोली दीप कलश प्रज्वलित कर भगवान शिव की पूजा अर्चना करते किए।


यात्रा जब पिहरीद के शहीद दीपक भारद्वाज के निवास पहुँचा तो शहीद परिवार ने रथ यात्रा के साथ यात्रियों का भाव पूर्ण स्वागत किया और भगवान शंकर जी का पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिये। इस अवसर पर रथ यात्रा के प्रमुख आचार्य रामरूप दास महात्यागी जी द्वारा शहीद परिवार को आशीर्वाद के साथ रुद्राक्ष प्रदान किये जहाँ शहीद के पिता राधे लाल भारद्वाज, माता  परमेश्वरी भारद्वाज व परिवार के अन्य सदस्य उपस्थित थे।

पांच दिवसीय यात्रा के दौरान सभी हिंदू समाज के लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लिए । आज समापन पर अंतिम दिवस राम रूप दास महाराज महा त्यागी द्वारा उपस्थित सर्व हिंदू समाज के उपस्थित लोगों को अपना आशीर्वचन देते हुए कहा कि रुद्राक्ष यात्रा का मूल उद्देश्य हमारे हिंदू समाज में फैले धर्मांतरण के मानसिकता को परिवर्तित करना है । महाराज ने कहा कि हमारे हिंदू समाज के लोगों को विधर्मियो द्वारा तोड़ने का प्रयास कर रही है जिससे हमारा हिंदू समाज अपने देवी-देवताओं , अपने वैदिक संस्कृति सनातन धर्म से पिछड़ता जा रहा है । रुद्राक्ष यात्रा केवल यात्रा नहीं है यह एक परिवर्तन है हमारे हिंदू समाज के लोग एकजुट हो सके और हमारी संस्कृति संस्कार देवी-देवताओं धार्मिक ग्रंथों के प्रति जागृत हो सके। यात्रा के दौरान महाराज के सानिध्य में हजारों रुद्राक्ष श्रद्धालुओं को प्रदान किया गया । आज समापन के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए और भोजन भंडारे में प्रसाद ग्रहण किए ।

धर्मांतरण किए लोगों की हुई घर वापसी
आज समापन के दौरान श्री हरि गुजर महाराज की धरा ग्राम सकर्रा में हिंदू समाज के लोग अपने धर्म के प्रति आस्था छोड़ने वाले तथा धर्मांतरण करने वाले कई पास्टर और अनेकों गांव के लोग रुद्राक्ष यात्रा से प्रभावित होकर पुनः हिंदू धर्म में अपने घर वापसी किए । घर वापसी के दौरान हुए जय श्री राम, हर हर महादेव, ओम नमः शिवाय का जयकारा लगाए।  तत्पश्चात उन्हें उपस्थित सर्व हिंदू समाज के विभिन्न सांकेतिक संगठनों के पदाधिकारी एवं सदस्यों द्वारा श्रीफल एवं श्रीमद्भागवत गीता का पुस्तक प्रदान कर धर्मांतरण कर चुके लोगों को पुनः घर वापसी कराया गया । रुद्राक्ष यात्रा का महत्वपूर्ण उद्देश्य यही था कि लगातार हो रहे धर्म परिवर्तन के प्रति लोग अपने धर्म के प्रति जागरूक हूं और धर्मांतरण के लोगों को घर वापसी कर पुनः हिंदू सनातन संस्कृति में अपनी आस्था बनाए रखें और अन्य धर्मांतरित लोगों को प्रभावित कर सके ।
आज समापन कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि जुड़वावन सिंह ठाकुर अध्यक्ष विद्या भारती छत्तीसगढ़, चंद्र किशोर श्रीवास्तव क्षेत्र उपाध्यक्ष विद्या भारती, भागवत आचार्य कौशल महाराज,पटेल समाज अध्यक्ष प्रेम पटेल , राजकुमार चंद्रा धर्म जागरण प्रांत प्रमुख,रेवाराम क्षेत्र प्रमुख धर्म जागरण कार्यक्रम का संचालन रवि वर्मा जी ने किया आभार प्रदर्शन जिला संयोजक गोविंद चन्द्रा ने किया साथ ही रुद्राक्ष यात्रा के दौरान विभिन्न संकेतिक हिंदू संगठनों के पदाधिकारी रुद्राक्ष यात्रा समिति के सदस्यगण एवं सर्व हिंदू समाज के लोग शामिल हुए और कार्यक्रम को सफल बनाए ।

Related Articles

http://media4support.com/wp-content/uploads/2020/07/images-9.jpg
error: Content is protected !!