रायपुर@M4S:छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस इलेक्शन कम्पैन कमेटी के चेयरमेन व सक्ती विधानसभा क्षेत्र क्र. 35 के कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. चरण दास महंत ने गुरुवार को दंतेवाडा में बचेली के एनएमडीसी अशोक नगर चौक मुख्य मार्ग में नक्सलियों के द्वारा किए गए आईडी ब्लास्ट में बस से जा रहे दो जवानों और 3 यात्रियों की दर्दनाक मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। हमले को लेकर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए डॉ. महंत ने कहा कि प्रदेश के ज्यादातर जिले नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तब्दील होते जा रहे हैं और प्रदेश की भाजपा सरकार व उसके मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह 15 साल से नक्सल हमलों को रोकने और नक्सली वारदातों पर काबू पाने में पूरी तरह विफल हो गए हैं। दंतेवाड़ा सहित अन्य जिले जो धुर नक्सल प्रभावित हैं , वहां इन 15 वर्षों में नक्सलियों का सफाया तो दूर उनका आतंक और लगातार हो रहे हमले रोक पाने में भी यह सरकार पूरी तरह विफल हुई है। विधानसभा निर्वाचन 2018 के प्रथम चरण का चुनाव ऐसे ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में होना है, सरकार ने निर्वाचन आयोग को पूरी सुरक्षा का भरोसा तो दिलाया है किंतु जिस तरह से हमले दुस्साहस पूर्ण तरीके से हो रहे हैं तब नक्सली लोकतंत्र के इस महापर्व में मतदाताओं को भी अपना निशाना बना सकते हैं। ऐसे में निष्पक्ष मतदान और शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर सवाल उठना लाजिमी है । आखिर नक्सलियों को लेकर सरकार इतनी गंभीरता क्यों नहीं दिखा रही जो उसे दिखाना चाहिए, इसकी वजह क्या है? लगातार हो रहे नक्सली हमले और खासकर दंतेवाड़ा में हाल ही में हुए 2 बड़े हमले की जांच उच्च स्तर पर कराई जानी चाहिए,डॉ महंत ने कहा केंद्र व राज्य दोनों में बीजेपी की सरकार है छग के मुखिया डॉ रमन सिंह को बिना कोई बहाने बाज़ी के इस पर ठोस निर्णय लेने की जरूरत है ,डॉ महंत ने कहा कि नक्सल जिलों में निवासरत आम नागरिकों के साथ साथ उनके सुरक्षा में लगे जवानो को भी नक्सली लगातार निशाना बना रहे है और बीजेपी सरकार केवल बयान बाज़ी और सत्कार में मस्त है ।