हड़ताल से कोल डिस्पैच व उत्पादन बाधित रहने के साथ लेन-देन रहेगा प्रभावित
कोरबा@M4S:10 श्रमिक संगठनों ने सरकार पर मजदूर विरोधी नीतियां लागू कर उनका शोषण करने के विरोध में कल 8 जनवरी से दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है।
कथित श्रमिक विरोधी नीति के खिलाफ श्रमिक यूनियनों की हड़ताल का असर चुनिंदा बैंकों पर भी दिखाई दे सकता है। बैंकिंग क्षेत्र के कुछ संगठनों ने इस आंदोलन को समर्थन देते हुए हड़ताल में मौजूदगी दर्ज कराने का निर्णय लिया है। यही वजह है जो सार्वजनिक क्षेत्र के गिने-चुने बैंक के कर्मी कामकाज बंद रख सकते हैं। इस हड़ताल का असर अगले दो दिन पड़ सकता है। वही डाककर्मी भी ट्रेड यूनियन के हड़ताल को समर्थन दे सकते हैं।
देशभर की दस केंद्रीय यूनियन ने देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। सरकार की एंटी वर्कर्स पॉलिसी का विरोध करते हुए यह हड़ताल की जा रही। इसमें सार्वजनिक क्षेत्र के कुछ गिने-चुने बैंकों की भागीदारी भी बताई जा रही है। बैंकिंग सेक्टर से जुड़े कुछ संगठनों ने इस हड़ताल को अपना समर्थन दिया है, जिससे आठ व नौ जनवरी को संबंधित बैंकों में लेन-देन कार्य प्रभावित हो सकता है। ऐसे में दो दिन उन बैंकों से जुड़े खाताधारकों को भी परेशानी हो सकती है। इस हड़ताल में बैंकिंग सेक्टर से संबद्ध दो प्रमुख संगठन ने समर्थन प्रदान करते हुए सूचित किया है, जबकि बीएमएस से संबद्ध बैंकिंग यूनियन नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स ने कहा है कि इस हड़ताल में उससे जुड़े बैंक शामिल नहीं रहेंगे।
एसबीआई ने बनाई आंदोलन से दूरी
सबसे ज्यादा शाखा व खाता धारकों वाले अग्रणी बैंक एसबीआई इस हड़ताल से दूर रहेगी। एसबीआई की सभी शाखाओं में कामकाज निर्बाध जारी रहेगी, इसलिए इस बैंक के ग्राहकों के लिए राहत रहेगी। इस हड़ताल को समर्थन प्रदान करते हुए बैंकिंग सेक्टर से संबंधित दो यूनियन की भागीदारी नजर आएगी। इनमें अखिल भारतीय बैंक एम्प्लाई एसोसिएशन व बैंक एम्प्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया ने इस राष्ट्रव्यापी आंदोलन के बारे में इंडियन बैंक एसोसिएशन को सूचित किया है। हड़ताल से प्रभावित होने की संभावना रखने वाली संस्थाओं में बैंक ऑफ बड़ौदा व आइडीबीआई शामिल है, जहां के कर्मी कामकाज ठप कर आंदोलन में शामिल हो सकते हैं।
देशव्यापी दो दिवसीय हड़ताल कल से, बंद रहेंगे बैंको के भी पट
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