दरअसल, हरियाणा के यमुनानगर में बसा हुआ यह मंदिर गुमथला नामक गांव में है। द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक यहां करीब 22 साल पहले एक इंकलाब मंदिर बनाया गया। इस मंदिर का हर दिन एक उत्सव है। यहां भारत माता दिवस मनाया जाता है। यहां स्वतंत्रता सेनानियों एवं क्रांतिकारियों की याद में इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगते हैं।
शहीदों की याद में स्थापित भारत के इकलौते इंकलाब मंदिर में लोग शहीदों की प्रतिमाओं के आगे झुकते हैं वहीं शहीदों के परिजन भी यहां आते हैं। शहीद मंगल पांडे के वंशज देवीदयाल पांडे व शीतल पांडे भी यहां आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत कर चुके हैं। राज्य के खेल मंत्री संदीप सिंह, आरएसएस के इंद्रेश कुमार, पूर्व राज्य मंत्री करण देव कंबोज, फिल्म प्रमाणन बोर्ड के सदस्य आर मोहम्मद भी यहां आ चुके हैं।
इस मंदिर में राजगुरु, शहीद सुखदेव, शहीदे आजम भगत सिंह, लाला लाजपत राय, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, भीम राव अम्बेडकर, अशफाक उल्ला खान की जन्मदिन और पुण्यतिथि पर उत्सव मनाया जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक इंकलाब मंदिर के संस्थापक एडवोकेट वरयाम सिंह का कहना है कि ऐसा मंदिर पूरे देश में नहीं है।