दीपका साइलो और सीएचपी का रोका काम आश्वासन के बाद भी मांग नहीं हुई पूरी, भडक़ा आक्रोश

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कोरबा@M4S:एसईसीएल दीपका परियोजना में नियोजित नागार्जुन कंपनी की वादाखिलाफी के खिलाफ विस्थापितों का एक बार फिर आक्रोश भडक़ उठा है। एचपीसी दर पर भुगतान ,मेडिकल सुविधा ,वेतन पर्ची सहित अन्य मांगों को लेकर भू विस्थापितों ने सीएचपी और साइलो का काम ठप कर दिया है ।भारी संख्या में खदान में घुसे भू विस्थापितों ने आंदोलन शुरू कर दिया है जिसे देखते हुए खदान में सुरक्षा बल की तैनाती भी की गई है।
ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति संगठन के बैनर तले बुधवार सुबह 6.30 बजे से ठेका मजदूरों ने आठ सूत्रीय मांगों को लेकर दीपका के सीएचपी व साइलो के कार्य को बंद करा दिया गया ।ऊर्जाधानी संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि पूर्व में अनेकों आंदोलन होने के उपरांत कई मांगों पर सहमति बनी थी, लेकिन लगभग 8 माह बीत जाने के बावजूद भी साइलो व सीएसपी के नागार्जुन इंजीनियरिंग कंपनी के द्वारा ठेका मजदूरों के पक्ष में निर्णय अनुसार मांगों को पूरा नहीं किया गया ।जिसे लेकर पूर्व में दिए गए आवेदन व एसईसीएल  एवं सीएचपी व साइलो नागार्जुन इंजीनियरिंग कंपनी प्रबंधन के आश्वासन के बाद 3 सितंबर के आंदोलन कार्यक्रम को स्थगित किया गया था। 6 सितंबर शाम तक मांगों को पूरा करने आश्वासन दिया गया था, लेकिन मांगों पर एसईसीएल प्रबंधन एवं सीएचपी व साइलो के नागार्जुन इंजीनियरिंग कंपनी प्रबंधन के द्वारा आश्वासन पूरा नहीं किया गया, जिसे लेकर मंगलवार सुबह 6.30 बजे से सीएचपी व साइलो के कार्य को पूरी तरह से ठप्प कर दिया गया। जिले मेगा परियोजनाओं के सामने आंदोलन का रोड़ा बना हुआ है। विस्थापित लगातार खदानों में घुसकर उत्पादन व डिस्पेस संबंधी कार्य बाधित कर रहे हैं। वित्तीय वर्ष के 5 माह में जिले की मेगा परियोजनाएं उत्पादन लक्ष्य से पीछे चल रही है । ऐसे में भू विस्थापितों के लगातार आंदोलन के कारण प्रबंधन की चिंताएं बढऩे लगी है।
कुसमुंडा में 310 दिन से चल रहा धरना
कुसमुंडा क्षेत्र के भूविस्थापित किसान भूविस्थापित रोजगार एकता संघ के बेनर तले 1 नवंबर 2021 से जमीन के बदले रोजगार की मांग को लेकर  310 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे है। ठंडी,गर्मी, बरसात और कोरोना की लहर  भी रोजगार के लिए संघर्ष कर रहे भू विस्थापितों के हौसले को तोड़ नहीं पाई। 310 दिनों में 6 बार खदान बंद भी किया गया और आंदोलन कर रहे 16 लोगों को जेल भी भेजा गया लेकिन भू विस्थापित अब रोजगार मिलने तक संघर्ष जारी रखने की बात पर अड़े हुए हैं।
राधेश्याम को संघ से किया गया निष्कासित
भूविस्थापित रोजगार एकता संघ ने संगठन के राधेश्याम कश्यप को संगठन विरोधी गतिविधियों के आरोप में संगठन से निष्कासित कर दिया है।भूविस्थापित रोजगार एकता संघ के अध्यक्ष रेशम यादव और सचिव दामोदर श्याम ने बताया कि राधेश्याम कश्यप द्वारा नौकरी लगने के बाद से संगठन से जुड़े भूविस्थापितों को आपस में गुमराह करने के साथ संगठन विरोधी गतिविधियों को संचालित करने तथा संगठन के निर्णयों के खिलाफ काम करने और भूविस्थापितों के आंदोलन को कमजोर करने जैसे गंभीर आरोप थे। रोजगार एकता संघ की बैठक कुसमुंडा कार्यालय के सामने चल रहे धरना स्थल में हुई। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से राधेश्याम कश्यप को संगठन से निष्कासित करने का फैसला लिया है।

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