कोरबा@M4S:कोरबा में बुधवार को रजगामार-केराकछार मार्ग पर आम जनता ने रास्ता पार कर रहे दो हाथी को बहुत छेड़ा जिससे दोनों हाथी उग्र होकर दौड़ा दिया, कुछ अफवाह सुनकर लोग वहा पहुच गए थे की हाथी गड्ढे में फंस गया है, हाथियों को परेशान करने वालो में लगभग 100 ग्रामीण थे जो जंगल के अंदर जाकर दोनों माँ बच्चे को गुलेल,पत्थर से मारते रहे और मजे लेते रहे जिससे वे दोनों बहुत ही विचलित थे और इनको दौड़ा दिया, वन विभाग की स्टाफ भीड़ को शांत कराती रही पर लोग उत्पात मचाते रहे और हाथियों के नजदीक जाकर मजे लेते रहे, पुलिस का बल भी मौके पर पंहुचा, फिर वन कर्मी और पुलिस मिल कर अपनी जान जोखिम में डालकर जंगल अंदर से लोगो को बाहर निकला, कुछ ही दूर पर हाथी खड़े थे, पर वो रास्ता पार नही कर पाये, मौके पर उपवनमंडलाधिकारी मनीष कश्यप भी पहुचे,भीड़ के इस तरह की हरकत से हाथी और भी ज्यादा उग्र हो गए, मंगलवार की रात हाथियों ने फिर से रजगामार के जंगल किनारे एक मकान में घुसने की कोशिश की जिसको वन कर्मियों ने रोका और बड़ी घटना होने से टल गई, क्योंकि वह अंदर लोग सो रहे थे जिसमे अधिकतर बच्चे और महिलाये थी, कल हाथी के कई दल रात भर राजगामार और कोरकोमा में विचरण करता रहा, वनकर्मी तत्काल वह पहुच कर हाथियों को खदेड़ा, जिससे कोई अप्रिय घटना नही हुई,इतने बड़े दल के लिए जंगल कम पड़ रहा जिससे हाथी घर बाड़ी में अनाज,केला,महुआ शराब,इत्यादि खाने के लिए घुस रहे है, लोगो को खाने की चीज़े को प्लास्टिक से ढककर रखने की समझाईस दी जा रही है जिससे उसकी सुगंध हाथी तक न पहुचे,वन विभाग का हल्ला पार्टी मौके पर तैनात है,हाथियों को परेशान नहीं करने की हिदयात दी जा रही है,बताया जा रहा है की करीब २७ हाथी दल में मौजूद है।