कोरोना नियंत्रण के साथ अन्य विकास कार्यों के लिए भी सक्रिय हुईं कलेक्टर, पहुंचीं अमझर के जंगली झोंका नाला तक नरवा विकास के हुए कामों का लिया जायजा, क्षेत्र के रेंजर का एक दिन का वेतन काटने दिए निर्देश

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कोरबा@M4S:विश्व व्यापी कोरोना संक्रमण के जिले में नियंत्रण के प्रयासों के साथ-साथ दूसरे जनहितकारी तथा विकास कार्यों के लिए भी कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल सक्रिय हो गईं हैं। आज सुबह-सुबह कलेक्टर अन्य अधिकारियों के साथ मुख्य सड़क से लगभग दो किलोमीटर पैदल चलकर पोंड़ीउपरोड़ा विकासखंड में अमझर के तराई वाले इलाके के झोंका नाला तक पहुंची। यहां उन्होंने राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली सुराजी गांव योजना के तहत नरवा विकास के कामों का जायजा लिया। उन्होंने झोंका नाले पर बने गेवियन का निरीक्षण किया और गेवियन में लगाये गये पत्थरों के आकार, पानी प्रवाह को झेलने की क्षमता आदि की जानकारी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन अभियंता से ली। कलेक्टर ने इस नाले को जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए उपयोग करने के बारे में भी अधिकारियों और उपस्थित ग्रामीणों से विस्तृत चर्चा की। लगभग साढ़े सात किलोमीटर लंबाई के इस नाले के प्रवाह मार्ग में राजस्व विभाग द्वारा 29 और वन विभाग द्वारा अपने क्षेत्र में सात विभिन्न संरचनाएं बनाई जा रही है। वन विभाग द्वारा बनाई जा रही संरचनाओं का काम अभी तक शुरू नहीं होने और विभाग संबंधी जानकारी देने किसी सक्षम अधिकारी के उपस्थित नहीं होने के कारण श्रीमती कौशल ने क्षेत्र के रेंजर का एक दिन का अवैतनिक स्वीकृत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
इस दौरान कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित ग्रामीणों से भी विभिन्न शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीणों से तेन्दूपत्ता संग्रहण, महुआ संग्रहण के साथ-साथ वन अधिकार मान्यता पत्र मिलने की भी जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि तेंदूपत्ता संग्रहण का काम खतम हो गया है। फड़ भी 24-25 मई को बंद हो गये हैं। सूखे पत्ते भी विभाग द्वारा उठा लिये गये हैं। कलेक्टर ने इस दौरान ग्रामीणों से राशन कार्ड बनाने, नियमित राशन मिलने से लेकर सामाजिक सुरक्षा पेंशनों के भुगतान के बारे में भी पूछा। उन्होंने मौके पर मोैजूद ग्राम पंचायत सचिव को सभी पात्र लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन देने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के भी निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने क्षेत्र में मिलने वाली वन औषधियों और औषधी पौधों के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने गांवों में प्रचलित वैद्य या वन औषधियों की जानकारी रखने वाले लोगों को बुलाकर ग्रामीणों को इनके सीधे संग्रहण से लाभान्वित करने की योजना तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
कोरोना संक्रमण से बचाव की जानकारी भी कलेक्टर ने ग्रामीणों को दी- अमझर के अपने प्रवास के दौरान कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित ग्रामीणों को कोरोना वायरस संक्रमण के बारे में भी ठेठ छत्तीसगढ़ी में विस्तार से बताया। उन्होंने संक्रमण से बचने के तरीके भी लोगों को बताया। हमेंशा मास्क पहनकर रखने या अपने मुंह-नाक को गमछा आदि से पूरी तरह ढंककर रखने की जानकारी कलेक्टर ने लोगों को दी। उन्होंने हर समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह भी लोगों को दी। श्रीमती कौशल ने गांवों में भीड़-भाड़ नहीं करने की समझाईस भी लोगों को दी। उन्होंने मनरेगा के कामों के साथ-साथ खेती-किसानी के कामों के दौरान एक दूसरे के बीच एक मीटर की दूरी बनाये रखने के लिए भी कहा। कलेक्टर ने गांव में बाहर से लौटे किसी भी व्यक्ति की जानकारी तत्काल प्रशासन को देने की सलाह भी लोगों को दी। उन्होंने सर्दी, खांसी, बुखार और संास लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों वाले लोगों की सूचना भी समय रहते स्वास्थ्य विभाग को देने के लिए कहा।

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