कोरबा@M4S: रक्त की कमी को पूरा करने में भले ही सक्षम न हो पर चिकित्सक के रूप में समाज के लिए एक प्रेरणा का स्रोत अवश्य हो सकते है। इस पवित्र और जनकल्याणकारी भावना से आयुष मेडिकल एसोसिएशन के चिकित्सकों ने इस दिशा में कार्य करते हुए 10 जून 2020 बुधवार को जिला चिकित्सालय कोरबा में रक्त दान किया। इस अवसर पर आयुष मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष ने रक्तदान को महादान बताते हुए कहा कि रक्तदान से अधिक पूण्य किसी कार्य मे नही मिलता क्योंकि रक्तदान करके न सिर्फ हम किसीकी जिंदगी बचाते हैं बल्कि इससे हमारी सेहत को भी लाभ पहुंचता है। रक्तदान से हृदयाघात की संभावना भी कम हो जाती है । रक्तदान करने वाले कि सेहत पर किसी तरह का कोई बुरा असर नही होता अपितु शारीरिक तौर पर तो लाभ होता ही है साथ ही रक्तदान के माध्यम से किसी का जीवन बचाने की जो अनमोल खशी मिलती है उससे मानसिक संतुष्टि भी प्राप्त होती है अर्थात रक्तदान से न केवल शारीरिक अपितु मानसिक लाभ भी हमे मिलता है ।बरक्त की कमी होने का एकमात्र कारण जागरूकता का अभाव है जिसको दूर करने हेतु प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान के लिए निर्धारित निश्चित समय सीमा में नियमित अनिवार्य रूप से न केवल रक्तदान अवश्य करना चाहिए बल्कि इस विषय मे लोगों को बताकर जागरूकता अभियान भी चलाना चाहिए।
आयुष मेडिकल एसोसिएशन के साचिव डॉ. राजीव गुप्ता ने अपने एसोसिएशन द्वारा रक्तदान हेतु जनजागरण अभियान चलाने की बात कही जिससे की संकट के इस दौर में खून की कमी के कारण कोई काल का ग्रास न बने। कोषाध्यक्ष संजय वैष्णव ने इस रक्तदान के जनजागरण अभियान हेतु एसोसिएशन की तरफ से यथासम्भव आर्थिक सहयोग देने हेतु आस्वस्त किया।
रक्तदान करने हेतु आयुष मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ नागेंद्र नारायण शर्मा, सचिव डॉ राजीव गुप्ता, कोषाध्यक्ष डॉ संजय वैष्णव, सहसचिव डॉ सुरेंद्र मिश्रा, सह कोषाध्यक्ष डॉ अजय निर्मलकर के अलावा राजेश प्रजापति, प्रकाश देवांगन तथा अन्य सदस्यों ने आयुष मेडिकल एसोसिएशन के इस कार्यक्रम में 12 यूनिट रक्तदान किया। साथ ही अंचलवासियों से अपील भी की है की सभी रक्तदान के लिए सदैव तत्पर रहे जिससे ब्लड बैंकों में रक्त का अभाव न हो। आज के इस अवसर पर विशेष तौर पर जिला ब्लड बैंक के अधिकारी डाॅॅ जी.एस.जात्रा ब्लड बैंक प्रभारी, डाॅ बी.आर.रात्रे जिला एड्स नियंत्रण अधिकारी, वीणा मिस्त्री आईसीसी कांउसलर , रोहित, उमा कर्ष एवं रविकांत यादव लैब टेक्नीशीयन ने विशेष रूप से उपस्थित होकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया,,।