कोरबा वन मंडल छेत्र में एक बार फिर से मिला विसालकाय सर्प किंग कोबारा,

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कोरबा@M4S:कोरबा की ख्याति एक नया इतिहास रचने की ओर एक कदम और बढ़ा रहा है वैसे तो कोरबा का नाम हर चीज में आता है लेकि न इस बार कुछ खास ही है ये 2020 में ही कोरबा जिले में 2 किंग कोबरा मिला है जो कोरबा के लिए बहुत बड़ी बात है
कोरबा वन मंडल ने ये जानकारी देते हुए बताया के कोरबा वन मंडल के अन्तर्गत आने वाले एक ग्राम में वहां से कुछ लोगो ने खेत के बीच एक विशालकाय सर्प को देखा और डर कर भाग खड़े हुए चुकी अभी सबकी फसल पक गई है और खेतो में लुआई का काम चल रहा है इसी दौरान। ये सर्प देखा गया वहां से भागे लोगो ने यह जानकारी कोरबा के रेप्टाइल केअर रेस्क्यू सोसायटी ,(आर सी आर एस) जो कि कोरबा जिले में सभी तरह के जीव जंतुओं को रेस्क्यु कर उन्हें। वन विभाग की निगरानी में सुरक्छीत जंगलों में या उनके अनुकूल वातावरण में छोड़ देती है उनके प्रमुख अध्याच्छ अविनाश यादव को दी जब उनके ये जानकारी मिली तो उन्होंने ये बात कोरबा वनमंडल DFO गुरुनाथन जी को दी उनके दिशनिर्देश अनुसार आर सी आर एस के कुछ सदस्य लोगो का समूह बना कर लोगो के बताए हुए जगह पर पहुंचे टीम ने दिन तय किया और सर्चिंग के लिए निकले सबके बताए हुए जगह पहुंच कर यह लगने लगा के यहां वैसा कोई सर्प नहीं है किन्तु जैसे ही वापस जाने को खाना खा कर उठे उतने में ही वह पर खेतो में काम कर रहे कुछ लोगो की चिल्लाने की आवाज़ आई यह सुनकर टीम आर सी आर एस के लोग भागते हुए पहुंचे तो देखा एक विशाल काय सर्प कली पीली पट्टी लिए एक बड़ा फन फैलाए खेत के बीचों बीच खड़ा था जिसकी पहचान खतरनाक और अत्यधिक जहरीला सर्प किंग कोबरा के रूप में हुई आर सी आर एस के टीम के सभी लोग काफी समय से सर्प के बारे में गहन अध्यन पर लगे रहते है और सभी सरपो को कैसे सुरकछीत कर सके इसके बारे में ध्यान से बताया भी जाता है तुरंत ही सभी लोगो को वहां से दूर ले जाया गया और सर्प को भी वह से थोड़ा दूर लाया गया ,
उसके बाद कोरबा वनमण्डल DFO गुरूनथन जी को अविनाश यादव जी ने सूचित कर सारी घटना और सर्प के बारे में सारी जानकारी दी इसके बाद श्री गुरुनथान जी ने वानमंडल के कुछ अधिकारियों को हालात का जायजा लेने तथा वहां की कमान सौंपी आदेश पाते ही एक फॉरेस्ट की टीम को स्पॉट पर भेजा तथा अविनाश यादव की टीम के साथ किंग कोबरा का सफल रेस्क्यू किया गया
किंग कोबरा के बारे में जानकारी देते हुए आर सी आर एस के प्रमुख ने कहा के यह सर्प बहुत ही बड़ा और बहुत जहरीला होता है अगर ये किसी को काट ले तो उसको बचा पाना नामुमकिन सा काम है यह जयदातर इंडिया के साउथ और ओडिशा में पाया जाता है और यह कोरबा वासियों के लिए सौगात है के यह जीव यहां पाया जा रहा है उन्होंने बताया के इसे बचना बहुत जरूरी है क्युकी कुछ लोग इस जानकारी का और इस प्रजाति के जीव का गलत फायदा भी उठा सकते है
साथ ही अविनाश यादव जी ने। निवेदन भी किया के छत्तीसगढ़ के वनविभाग को भी इनके लिए बहुत कुछ करना चाहिए जिसमे सर्प से जुड़ी सभी चीज़ों का खास ख्याल रखा जाए
अविनाश यादव जी ने ये भी कहा के कहीं कहीं तो कितनी बार डर की वज़ह से ऐसे खास जिओ को जानकारी के अभाव में मार भी दिया जाता है जिसका कोई अता पता नहीं चलता किसी को इसलिए इस छेत्र में विशेष जानकारी के साथ साथ सभी को जागरूक भी करना चाहते उन्होंने बताया के कोरबा जिले वन से घिरा हुआ है और बहुत से खास जीव जंतुओं से भरा हुआ भी है जिसे लोगो ने किताबो या टीवी पर ही देखा। या सुना है
ऐसे जिओ के लिए भी कुछ खास कदम और खास लोगो की एक टीम के गठन का भी निवेदन किया है जिससे इनके बारे में सारी जानकारी जुटा कर इन्हें सुराछित किया जा सके ,
उसके बाद उन्होंने ने सर्प को वहां से रेस्क्यू कर वन मंडल के टीम के साथ जाकर उसके अनुकूल स्थान पर लोगो से दूर एक सुरछित जगह ले जा कर उसके अच्छे भविष्य की कामना करते हुए छोड़ दिया तथा टीम के साथ वापस आ गए इस पर वनमण्डल अधिकारियों ने अविनाश यादव की तारीफ भी की , वैसे तो अविनाश यादव जी ने अब तक बहुत से जीव जंतुओं के प्राण बचाएं है जिनमे से ये किंग कोबरा भी है यहां इस साल का 2 बड़ा किंग कोबरा था ज्ञात हो के लगभग 1 माह पूर्व ही टीम आर सी आर एस ने एक 13 फीट लंबा किंग कोबरा को वनविभाग के साथ मिलकर लोगो से बचाया था यह किंग कोबरा लगभग 12 फीट के आस पास था वह लोगो को जानकारी देते हुए अविनाश यादव और वन विभाग के अधिकारियों ने बताया ये यह एक मादा किंग कोबरा है साथ ही यह बहुत ही फुर्तीला और बहुत ही गुस्सैल सर्प होता है जो थोड़ा सा भी खतरा महसूस होने पर किसी की भी जान ले सकता है इसका जहर इतना घातक है कि एक व्यस्क हाथी की भी जान ले सकता है इसलिए जब भी दिखे या तो वह से भाग जाए एक सुराछीत जगह पहुंच कर वनविभाग। या टीम आर सी आर एस टीम को इसकी खबर दे,
इस कार्य की सभी ने सरहाना भी की कोरबा के लिए यहां एक गौरव की बात है के इस प्रजाति का यह मिलना एक बहुत बड़ी खोज ही है और ऐसे हर कार्य में अविनाश यादव का योगदान वनविभाग के साथ हमेशा ही रहा है कोरबा के जंगलों से और हर जंगली जानवरो से अविनाश यादव जी का एक खास रिश्ता नजर हमेशा आया है आने वाले दिनों में अविनाश यादव एक अच्छे खोजकर्ता एक अच्छे जीव जंतुओं के जानकार और एक अच्छे इंसान के रूप में अपनी पहचान कोरबा के पन्नों में और छत्तीसगड़ का नाम रोशन करेंगे ,

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