कोरबा@M4S:कोरबा में महिला आयोग की पहल से ग्राम नवापारा पकरिया में रहने वाली सुदामा कंवर व उसके पति मनिराम कंवर को उसके समाज ने अपना लिया है। पिछले तीन सालों से सामाजिक बहीष्कार का दंश झेल रहे कंवर दंपत्ती ने न्याय की आस में कोर्ट से लेकर उरगा थाना और लेकर एसपी कार्यालय तक की दौड़ लगाई लेकिन उसकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। थक हार कार उन्होंने महिला आयोग को अपनी व्यथा सुनाई। महिला आयोग की सदस्य अर्चना उपाध्याय आयोग और अन्य पदाधिकारियों व महिला पुलिस कर्मियों के साथ बरपाली तहसील के नवापारा पहुंची और मौके पर चौपाल लगाई।
इस दौरान उन्होंने समाज के पदाधिकारियों को समझाया जिसके बाद बात बन गई और समाज ने कंवर को दंपत्ति को अपना लिया। गौरतलब है,कि कंवर दंपत्ति की पुत्री ने अपने ही समाज के किसी दूसरे जाति के युवक से विवाह कर लिया था जिसके बाद से ही दोनों व उसके परिवार को सामाजिक बहीष्कार का दंश झेलना पड़ रहा था। लेकिन महिला आयोग के इस सफलता से सिद्ध हो गया कि यह परिवार तोड़ने में नहीं बल्की जोड़ने में विश्वास रखती है,महिला आयोग की सदस्य
अर्चना उपाध्याय ने बताया की कंवर परिवार तीन साल सामाजिक बहिष्कार का दंश झेल रहा था, समाज द्वारा बहिष्कार की पुष्टि भी हुई थी,जिसके बाद महिला आयोग में शिकायत के बाद पहल करते हुए समाज से मिलाया गया खुशी की बात है।