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बिलासपुर@M4S:एसईसीएल देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कम्पनियों में से एक एसईसीएल ने पावर प्लांट स्थापना की दिशा में कदम बढ़ाया है। इस हेतु मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कंपनी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इसके अंतर्गत अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई में 660 मेगावॉट क्षमता की एक यूनिट को स्थापित करने के लिए संयुक्त उपक्रम कंपनी (ज्वाईंट वेंचर) गठित करने का प्रावधान किया गया है।
मेमोरेण्डम आफ अण्डरस्टैण्डिंग (एमओयू) में मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक भनजीत सिंह और एसईसीएल के जनरल मैनेजर अरूपदत्त चौधरी ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर पॉवर जनरेटिंग कंपनी के डायरेक्टर कामर्शियल प्रतीश कुमार दुबे, कार्यपालक निदेशक परियोजना उत्पादन बीएल नेवल, एसईसीएल के चीफ मैनेजर अजय कुमार सेन सहित एसईसीएल के अधिकारी व पॉवर जनरेटिंग कंपनी के अभियंता उपस्थित थे।
ये संयुक्त उपक्रम कंपनी सुपर क्रिटिकल आधुनिकतम तकनीक के आधार पर विद्युत उत्पादन करेगी। विद्युत यूनिट में एयरकूल्ड कंडेंसर तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिससे विद्युत उत्पादन में अत्यंत कम पानी की जरूरत पड़ेगी। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के अनुसार प्रोजेक्ट की कुल लागत लगभग 4665 करोड़ रूपये रहने का अनुमान है।
विदित हो कि विश्व की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कम्पनी कोलइण्डिया लिमिटेड के द्वारा महात्वाकांक्षी डायवर्सिफिकेशन प्लान के अंतर्गत नवाचार, सोलर प्लांट, क्लीन एनर्जी सहित पावर प्लांटों की स्थापना की दिशा में कई पहल किए जा रहे हैं।
मेमोरेण्डम आफ अण्डरस्टैण्डिंग (एमओयू) में मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक भनजीत सिंह और एसईसीएल के जनरल मैनेजर अरूपदत्त चौधरी ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर पॉवर जनरेटिंग कंपनी के डायरेक्टर कामर्शियल प्रतीश कुमार दुबे, कार्यपालक निदेशक परियोजना उत्पादन बीएल नेवल, एसईसीएल के चीफ मैनेजर अजय कुमार सेन सहित एसईसीएल के अधिकारी व पॉवर जनरेटिंग कंपनी के अभियंता उपस्थित थे।
ये संयुक्त उपक्रम कंपनी सुपर क्रिटिकल आधुनिकतम तकनीक के आधार पर विद्युत उत्पादन करेगी। विद्युत यूनिट में एयरकूल्ड कंडेंसर तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिससे विद्युत उत्पादन में अत्यंत कम पानी की जरूरत पड़ेगी। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के अनुसार प्रोजेक्ट की कुल लागत लगभग 4665 करोड़ रूपये रहने का अनुमान है।
विदित हो कि विश्व की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कम्पनी कोलइण्डिया लिमिटेड के द्वारा महात्वाकांक्षी डायवर्सिफिकेशन प्लान के अंतर्गत नवाचार, सोलर प्लांट, क्लीन एनर्जी सहित पावर प्लांटों की स्थापना की दिशा में कई पहल किए जा रहे हैं।