एनबीसी की बैठक ने नहीं हो पाया अंतिम निर्णय
कोरबा@M4S:नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन (एनटीपीसी) में कार्यरत कर्मियों को त्यौहार के अवसर पर बोनस को लेकर नेशनल बाइपार्ट कमेटी (एनबीसी) की बैठक में श्रमिक नेता आपस में उलझ गए। एक समूह एक्सग्रेसिया तो एक अन्य परफारमेंस रिलेटेड पे (पीआरपी) प्रदान किए जाने पर जोर देते रहे। आठ घंटे चले मैराथन बैठक के बाद भी अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका। नतीजा यह रहा कि अब दुर्गा उत्सव के बाद पुन: बैठक होगी। इस बीच श्रमिक संघ कर्मचारियों से भी रायशुमारी कर लेंगे। दिल्ली में एनटीपीसी में कार्यरत कर्मियों की बोनस को लेकर शुक्रवार को सुबह 10.30 चेयरमैन पीके पटेल की अध्यक्षता में एनबीसी बैठक शुरू हुई। सबसे पहले एक्सग्रेसिया मुद्दे पर चर्चा हुई। इस दौरान श्रमिक संघ प्रतिनिधियों ने पहली बार अधिकारियों की तरह पीआरपी देने का प्रस्ताव रखा। प्रबंधन ने कर्मियों को ग्रेड के अनुसार पीआरपी राशि की गणना कर श्रमिक प्रतिनिधियों के समक्ष रखा। कनिष्ठ कर्मचारियों को कम राशि मिल रही थी। बैठक में उपस्थित कनिष्ठ कर्मचारी नेता ने इस पर असंतोष जताया और एक्सग्रेसिया का ही भुगतान करने की बात रखी। कुछ नेताओं ने इस पर आपत्ति की और पीआरपी से ज्यादातर कर्मियों के लाभांवित होने का हवाला देते हुए इस पर ही अमल करने कहा। लंबी बहस के बाद भी नतीजा नहीं निकल सका और गहमागहमी के बीच शाम करीब 5.30 बजे बेनतीजा समाप्त हुई। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में हैदराबाद में बैठक होगी। कार्यकारी अध्यक्ष केपी चंद्रवंशी का कहना है कि इस बीच श्रमिक नेता एनटीपीसी कर्मियों से चर्चा कर उनका मंतव्य लेंगे। बैठक में एनटीपीसी के निदेशक मानव संसाधन व अन्य वरिष्ठ अधिकारी, श्रमिक संघ में इंटक, भारतीय मजदूर संघ, एटक व सीटू के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
एनटीपीसी कर्मियों को अभी बोनस के लिए करना होगा इंतजार
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