कोरबा@M4S: एसईसीएल की अलग-अलग खदानों से निकले कोयला को साइडिंग, कोलवाशरी एवं पावर प्लांटों तक पहुंचाने की कवायद में भी एसईसीएल की टीम ने कोई कमी नहीं की है। चालू वित्तीय वर्ष में पहली बार सोमवार को कोयला डिस्पैच में रिकार्ड बनाया है। एक ही दिन में 5 लाख 22 हजार 370 टन कोयला खदानों से डिस्पैच किया गया है। इनमें रेलवे के 46 रैक से 1 लाख 89 हजार 985 टन, रोड ट्रांसपोर्ट से 1 लाख 42 हजार 294 टन, वाशरी को 80 हजार 778 टन, अदर मोड यानि कन्वेयर बेल्ट सहित अन्य साधनों से 1 लाख 9 हजार 313 कोयला डिस्पैच किया गया है। इनमें पावर सेक्टर को 4 लाख 46 हजार 255 टन और नॉन पावर सेक्टर को 76 हजार 115 टन कोयला भेजा गया है। दूसरी ओर साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड ने स्थापना के 37 साल में पहली बार सोमवार को खदानों से एक ही दिन में एक मिलियन क्यूबिक मीटर मिट्टी की परत (ओबीआर) निकालकर नया रिकार्ड बनाया है। इसी तरह से इस वित्तीय वर्ष में एक दिन में 5 लाख 22 हजार 370 टन कोयला डिस्पैच का रिकार्ड भी बनाया है। एससईसीएल के समस्त क्षेत्रों में स्थित 13 खदानों की खुदाई आगे बढ़ाने से पहले उसके ऊपर की मिट्टी हटाना जरूरी होता है। मिट्टी वहां तक हटाई जाती है जहां से कोयला निकलने की शुरूवात होती है। यह निरंतर प्रक्रिया है लेकिन एसईसीएल की पूरी टीम कोयला उत्पादन को तेजी से बढ़ाने की दिशा में प्रयासरत है इसलिए उन्होंने सभी 13 खदानों का एरिया बढ़ाने का काम शुरू कराया है। इस काम में तेजी की वजह से पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में मिट्टी की खुदाई की गई है। खदानों के ऊपर से जितनी तेजी से मिट्टी हटेगी उतनी ही तेजी से कोयला का उत्पादन बढ़ेगा।