रायपुर@M4S:छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ प्रदेश में कार्यरत अनियमित का संगठन है और अपने सदस्यों के हित में विगत वर्षों से निरंतर संघर्षरत है| महासंघ नियमितीकरण हेतु “आर या पार, नियमित इस बार” मुहीम के तहत 7 चरणों के प्रथम चरण में 11 जुलाई को मशाल रैली निकालेगी| यह रैली 11 जुलाई को सायं प्रत्येक जिले के धरना स्थल से जिला मुख्यालय, आंबेडकर, नेहरु, गाँधी चौक तक जाएगी, रैली में क्षेत्र के अनियमित कर्मचारी, 4 मशाल के साथ-साथ नियमितीकरण के सम्बन्ध में बेनर पोस्टर, पम्पलेट लेकर चलेंगे|
रवि गडपाले प्रांतीय अध्यक्ष ने बताया की कि कांग्रेस के वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों ने हमारे संघर्ष के दिनों में साथ दिए और उनकी सरकार आने पर 10 दिवस में नियमितीकरण का वादा किया इसी प्रकार हमारी मांगों को कांग्रेस के जन-घोषणा (वचन) पत्र “दूर दृष्टि, पक्का इरादा, कांग्रेस करेगी पूरा वादा” के बिंदु क्रमांक 11 एवं 30 में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण करने, छटनी न करने तथा आउट सोर्सिंग बंद करने को स्थान दिया| दिनांक 14.02.2019 को आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्वयं वचन दिए कि इस वर्ष किसानों लिए है आगामी वर्ष कर्मचारियों का होगा| वचन से हम काफी आशान्वित है| परन्तु अद्यतन सरकार का 2.5 पूर्ण होने के उपरांत भी अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने हेतु सरकार किसी प्रकार का पहल नहीं कर रही है| इससे अनियमित कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है|
अनिल देवांगन, संयोजक छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासं ने बताया कि उक्त के सन्दर्भ में महासंघ नियमितीकरण हेतु अपने संघर्ष को निर्णायक मोड़ की ओर ले जाने हेतु समग्र प्रयास के तहत प्रदेश के 70 से अनियमित संगठनों के पदाधिकारियों का बैठक आयोजित किया था तथा समग्र संघर्ष छेड़ने के 7 चरण वाली रोडमैप पर मुहर लगायी थी|