भोपाल(एजेंसी):मध्य प्रदेश उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान धुआंधार प्रचार कर रहे हैं। इन रैलियों में उनके निशाने पर सबसे ज्यादा कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कलनाथ होते हैं। मंदसौर की रैली में उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार बनी तो हमें लगा कि ये सरकार वादे निभाएगी, वचन पूरा करेगी…लेकिन इन्होंने मध्य प्रदेश को दलालों का अड्डा बना दिया।
ऐसी ही एक रैली में शिवराज सिंह ने मंच से भाषण देते हुए घुटनों के बल आ गए और कहा कि आज मेरे दिल में आ रहा है कि मैं यहां बैठकर सिर झुकाकर मंदसौर और नीमच की जनता को प्रणाम कर कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दूं। चुनाव के समय लोग कहते थे कि मंदसौर और नीमच में सूपड़ा साफ हो जाएगा, तब आपने ऐसा साथ दिया कि मैं कभी नहीं भूलूंगा।
उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी ने फसल बीमा के प्रीमियम का 2200 करोड़ रुपए जमा नहीं किया था। मुख्यमंत्री बनते ही मैंने 2200 करोड़ रुपए प्रीमियम की राशि जमा कर दी और 3100 करोड़ रुपए किसानों के खाते में भेज दिया।
देवास की रैली में मध्य प्रदेश के सीएम ने कहा कि पिछले साल फसल खराब हुई थी लेकिन कमलनाथ ने पैसे नहीं दिए थे। आज मैं कह रहा हूं कि 4 हज़ार करोड़ रुपए राहत की राशि किसान के खाते में डाला जाएगा। जिनकी फसल खराब हुई है उन सब को राहत की राशि और फसल बीमा योजना से पैसे दिया जाएगा।
28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की अधिसूचना जारी
मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव संबंधी अधिसूचना शुक्रवार को जारी हो गई। इसके साथ ही अब प्रत्याशी नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे। नामांकन पत्र 16 अक्टूबर तक चलेगा और अगले दिन परचों की छानबीन की जाएगी। प्रत्याशी 19 अक्टूबर तक नाम वापस ले सकेंगे। सभी 28 क्षेत्रों में मतदान तीन नवंबर को होगा। इसके बाद 10 नवंबर को मतों की गिनती के साथ ही नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। भाजपा और कांग्रेस ने सभी 28 सीटों के लिए अपने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) भी चुनावी रण में है और उसने लगभग दो दर्जन सीटों पर प्रत्याशी अभी तक घोषित किए हैं।
19 जिलों की जिन 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें से वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में 27 पर कांग्रेस और मात्र आगर सीट पर भाजपा विजयी हुई थी। आगर में भाजपा विधायक मनोहर ऊंटवाल के निधन के कारण उपचुनाव की नौबत आई है।