बहराइच (एजेंसी):कोरोना के नए मामलों और इससे हो रही मौतों में लगातार बढ़ोत्तरी के बीच इलाज के सरकारी इंतजामों की लगातार पोल खुल रही है। हाल में आगरा से एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें एक महिला ऑटो में ही अपने पति के प्राण बचाने के लिए उनको मुंह से ऑक्सीजन देने के प्रयास में लगी थी। इसके बाद भी महिला अपने पति की जान नहीं बचा सकी। अब एक ऐसा ही मामला बहराइच से सामने आया है। यहां एक अस्पताल में मां की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन नहीं मिली तो बेटियों ने उसे मुंह से फूंककर ऑक्सीजन देने की कोशिश शुरू कर दी। यह वीडियो अब सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात को दो बेटियां अपनी बीमार मां को लेकर मेडिकल कालेज के इमरजेंसी में लेकर पहुंची। सांस लेने में परेशानी होने की वजह से उन्हें तत्काल आक्सीजन सिलिंडर की दरकार थी। परिजनों ने पीड़ित को समय से आक्सीजन उपलब्ध कराने के भरसक प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। मां को तड़पता देख बेटियों ने अपने मुंह से ही आक्सीजन देना शुरू कर दिया।
बेटियां काफी देर तक मुंह से आक्सीजन देती रहीं। स्ट्रेचर पर पीड़िता काफी देर तक जीवन व मौत से संघर्ष करती रही। मां को बचाने का बेटियों का यह आखिरी प्रयास भी असफल रहा। कुछ ही इेर में उनके सामने ही मां ने दम तोड़ दिया। इसके बाद बेटियां मां के शव से लिपटकर फफक पड़ी। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो शनिवार की मध्य रात्रि से सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद मेडिकल कालेज प्रबंधन पर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं।
शुक्रवार की रात आठ बजे एक महिला अस्पताल लाई गई थी। उस समय उसकी अन्तिम सांस चल रही थी। तत्काल आक्सीजन मंगाई गई, किन्तु इलाज का मौका ही नहीं मिला विदइन मिनट उसने दम तोड़ दिया। प्रभारी सीएमएस डॉ. केके वर्मा ने तुरन्त डॉ. आशीष अग्रवाल सहित दो डॉक्टरों को दिखाया। दोनों ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी। शायद मां की जान बच जाय इसलिए उसकी लड़कियां भावना बस उसे मुंह से सांस देने की कोशिश करने लगी। इसके तुरन्त बाद डेड बाडी लेकर चली गईं। उसकी इंट्री भी नहीं की जा सकी थी।
डॉ. डीके. सिंह, सीएमएस, मेडिकल कालेज, बहराइच