नई दिल्ली,(एजेंसी):गले में सूजन या मुंह के अंदर हुआ छाला ठीक न हो रहा हो, तो भी डॉक्टरी सलाह जरूर लेनी चाहिए। इसके अलावा अकारण आवाज में बदलाव भी अच्छा संकेत नहीं है। इसे नजरअंदाज न करें।
खाने-पीने की चीजें निगलने में परेशानी को भी हल्के में लेना ठीक नहीं है। साथ ही लंबे समय से कफ की समस्या हो या बेवजह सांस फूलने को भी हल्के में नहीं लेना चाहिए।
भूख न लगना, बेवजह वजन गिरना, थकान या लंबे समय से बुखार आ रहा है तो उसे नजरअंदाज न करें।
साधारण से जानलेवा तक हो सकते हैं सिस्ट:
सेबेसियस सिस्ट: ये सिस्ट चेहरे, गर्दन या धड़ पर पाए जा सकते हैं। बड़े सिस्ट दबाव या दर्द का कारण बन सकते हैं। ये कैंसर निरोधी होते हैं।
गैंगलियॉन: यह गोलाकार, द्रव से भरे ऊतकों की गांठ है, जो जोड़ों के आस- पास दिखाई देती है। द्रव का जमा होना, चोट, ट्रॉमा या जरूरत से ज्यादा किसी अंग विशेष के प्रयोग के कारण हो सकता है। यह हानिरहित होते हैं।
पायलोनिडल सिस्ट: यह त्वचा की आम स्थिति है, जो नितंबों पर बनती है। हार्मोनल बदलाव, बालों के बढ़ने, कपड़ों के घर्षण या लंबे समय तक बैठे रहने से ऐसा होता है। इसमें बैठने या खड़े होने से दर्द, त्वचा का पकना, फोड़े से पस या खून आना, दुर्गंध आना आदि होता है। सिस्ट में सूजन और घाव से बाल भी निकलने लगते हैं।
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