नई दिल्ली(एजेंसी):महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश को पहला पदक मिल चुका है। नीतू घणघस ने 45-48 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। स्वीटी बूरा भी थोड़ी देर में फाइनल मुकाबला खेलेंगी। इन दोनों के अलावा निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहेन ने भी फाइनल में जगह बनाकर कम से कम रजत पदक पक्का कर लिया है।
नीतू ने 45 से 48 किलोग्राम भारवर्ग में मंगोलियाई पहलवान को हराकर स्वर्ण पदक जीता है। नीतू ने मंगोलिया की लुत्साइखान को मात दी है। यह मुकाबला काफी रोमांचक था और दर्शकों के लिए आखिरी तक विजेता का अंदाजा लगामा मुश्किल था। मैच के नतीजे का एलान होने से पहले तक दोनों खिलाड़ी जीत का जश्न मनाने के लिए तैयार दिख रही थीं, लेकिन अंत में भारतीय पहलवान ने जीत हासिल की और मंगोलिया की पहलवान को निराशा हाथ लगी।
इस चैंपियनशिप में नीतू का खेल सुधरा
दो बार की विश्व यूथ और बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की विजेता नीतू के सामने दो बार एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य जीत चुकीं मंगोलिया की अल्तांतसेतसेग लुतसाइखान होंगी। नीतू अपना पहला विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण जीतने के लिए आश्वस्त लग रही हैं। वह कहती हैं कि उन्होंने इस चैंपियनशिप केदौरान अपने खेल में काफी सुधार किया है। पहले वह एक ही तरह से (काउंटर अटैक) बाउट लड़ती थीं, लेकिन अब उन्होंने पास जाकर भी खेलने शुरू किया है। कजाखस्तान की सर्वोच्च वरीय अलुआ के खिलाफ उन्होंने इसी तरह से खेला जिसमें उन्हें सफलता मिली।
17 साल की सफलता दोहराने का मौका
भारतीय महिला मुक्केबाजों के सामने 17 साल पहले की सफलता को दोहराने का मौका है। दिल्ली में ही हुई 2006 की विश्व चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाजों ने चार स्वर्ण पदक जीते थे। इस बार भी उसके चार मुक्केबाज नीतू (48), निकहत जरीन (50), लवलीना (75) और स्वीटी बूरा (81) फाइनल में हैं। नीतू और स्वीटी शनिवार को स्वर्ण के लिए रिंग में उतरेंगी, जबकि निकहत और लवलीना रविवार को फाइनल खेलेंगी।