नई दिल्ली(एजेंसी): भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लिया है। मंत्रालय ने रेगुलर आर्मी की सहायता के लिए एक अधिसूचना जारी की है। इस अधिसूचना के मुताबिक अब रेगुलर आर्मी अपनी सहायता के लिए टेरिटोरियल आर्मी को बुला सकती है। ऐसे में क्रिकेट फैंस के मन में सवाल उठ रहा है किया जंग हुई तो एमएस धोनी, जो टेरिटोरियल आर्मी के लेफ्टिनेंट कर्नल हैं, भी जंग पर जाएंगे।
रक्षा मंत्रालय की अधिसूचना के जारी होते ही अब सेना प्रमुख को अधिकार होगा कि वह टेरिटोरियल आर्मी को अपने हिसाब से मदद के लिए सैन्य कार्रवाई में शामिल कर सके। वहीं, भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। यानी अब अगर पाकिस्तान के खिलाफ बात आगे बढ़ी तो एमएस धोनी को भी तैयार रहना होगा।
क्या होती है टेरिटोरियल आर्मी
टेरिटोरियल आर्मी एक रिजर्व सैन्य बल है। यह सीधे मोर्चा नहीं लेती है, लेकिन जब युद्ध का वक्त आता है तो उसे भी मैदान में उतारा जाता है। टेरिटोरियल आर्मी सेना को अलग-अलग तरह की सेवाएं उपलब्ध कराती है। अगर जरूरत पड़ती है तो इस आर्मी को नियमित सेना को यूनिट भी देनी पड़ती है।
बता दें कि टेरिटोरियल आर्मी की सेना की ओर से ट्रेनिंग भी कराई जाती है, ताकि वक्त पर वो काम आ सके। संकट के वक्त में इस आर्मी का काम आंतरिक सुरक्षा देना भी होता है। टेरिटोरियल आर्मी एक स्वैच्छिक संगठन है। इसी टेरिटोरियल आर्मी में धोनी लेफ्टिनेंट कर्नल हैं और वह आर्मी की ट्रेनिंग कर चुके हैं।
खाली हैं एमएस धोनी
एमएस धोनी अब इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट ले चुके हैं। हालांकि, अभी कुछ ही दिन पहले तक वे आईपीएल में अपनी टीम के लिए खेल रहे थे, लेकिन अब आईपीएल को भी तनाव के बीच सस्पेंड कर दिया गया है। ऐसे में सभी खिलाड़ी धीरे-धीरे अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। ऐसे में धोनी खाली हैं और वह आर्मी में अपनी सेवाएं दे सकते हैं।