क्या है मामला?
दिव्या अय्यर मौजूदा समय में केरल के पठानमथिट्टा जिले की कलेक्टर हैं और साथ ही विझिनजाम पोर्ट की मैनेजिंग डायरेक्टर भी हैं। दरअसल, आईएएस दिव्या ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के निजी सचिव रहे केके रागेश की तारीफ की थी।
दिव्या ने रागेश के लिए लिखा, “पिछले तीन सालों में रागेश से बहुत कुछ सीखा है। वह एक मेहनती व्यक्ति हैं और हमेशा उन्होंने बहुत सम्मान दिया है, जिसके लिए धन्यवाद। एक ऐसी कला जो दुनिया भर में सत्त के गलियाओं में लुप्तप्राय होती जा रही है।”
कांग्रेस नेताओं ने की आलोचना
हालांकि, उनकी इस पोस्ट के बाद कई कांग्रेस नेताओं ने आईएएस अधिकारी दिव्या एस अय्यर को निशाने पर लिया, जिसके बाद सीएम पिनाराई विजयन उनके बचाव में आगे आए और उन्होंने कांग्रेस पर ‘पुरानी सोच’ रखने का आरोप लगाया।
सीएम ने किया बचाव
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, आईएएस दिव्या एस अय्यर की पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर हो रही ट्रोलिंग को लेकर सीएम विजयन ने इस पर प्रतिक्रिया दी है और ट्रोलिंग को ‘बेहद छोटी सोच’ वाला बताया है।
उन्होंने अय्यर का बचाव करते हुए कहा, “इस तरह की आलोचना बेहद छोटी सोच रखने वाले लोग ही कर सकते हैं, जो एक ही रट लगाए रखते हैं। दिव्या सरकारी क्षेत्र में कार्यरत आईएएस अधिकारी हैं और उन्होंने जो कुछ भी महसूस किया और देखा उस पर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी थी।”

सीएम विजयन ने कहा, “उन्हें (कांग्रेस को) सिर्फ दिव्या के पति की राजनीति ही दिखती है। उनकी सोच काफी पुरानी है और वो ये सोचते हैं कि उन्हें राजनीति से अलग कोई रुख नहीं अपनाना चाहिए।”
‘पिनाराई विजयन के चापलूस अधिकारी’
वहीं दूसरी तरफ वरिष्ठ कांग्रेस विधायक और केरल के विपक्षी नेता वीडी सतीसन ने दिव्या अय्यर मामले पर आलोचना करने से परहेज किया। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस मामले पर पूर्व सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेका के मुरलीधरन ने कहा, “कुछ सिविल सेवा अधिकारी हैं जो पिनाराई विजियन के चापलूस हैं। यह चापलूसी भविष्य में उनके लिए हानिकारक होगी।”
रिपोर्ट में बताया गया है कि युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक राहुल ममकूटथिल द्वारा दिव्या अय्यर पर परोक्ष रूप से हमला किया गया। राहुल ने फेसबुक पर पोस्ट कर लिखा, “कर्ण जो भी था, वो अपनी मृत्यु तक धर्म के विरुद्ध दुर्योधन के पक्ष में था…इसलिए सवाल यह है कि लालची दुर्योधन कौन है।”