नई दिल्ली(एजेंसी):प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लगातार 10वीं बार लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले लाल किले से उनका आखिरी संबोधन होगा। प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करने, प्रमुख योजनाओं की घोषणा करने और देश के लिए अपना भावी ²ष्टिकोण रखने के लिए करते रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार भी प्रधानमंत्री 2014 के बाद से विभिन्न क्षेत्रों में हुए विकास की रुपरेखा सबके सामने रख सकते हैं और आने वाले वर्षों के लिए अपने दृष्टिकोण को रेखांकित कर सकते हैं।
पीएम मोदी का संबोधन
पिछले साल पंच प्रण की घोषणा मुख्य था
पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर पंच प्रण की घोषणा प्रधानमंत्री के भाषण का मुख्य आकर्षण था। उन्होंने लोगों से 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने, औपनिवेशिक मानसिकता के किसी भी निशान को खत्म करने, विरासत पर गर्व करने, एकता की ताकत को बढ़ावा देने और इमानदारी के साथ नागरिकों के कर्तव्यों को पूरा करने का आह्वान किया था। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि खुले में शौच के चलन को समाप्त करने के लिए गरीब परिवारों के लिए शौचालय बनाने जैसे जमीनी मुद्दों को कैसे उठाया है। जानकारों के अनुसार, इस वर्ष भी प्रधानमंत्री कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा कर सकते हैं।
2019 लोकसभा से पहले आयुष्मान भारत की घोषणा
2019 के लोकसभा चुनावों से पहले 2018 में मोदी ने गरीबों के लिए महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना, आयुष्मान भारत शुरू किए जाने की घोषणा की थी। स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषणों में उन्होंने 2019 में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) पद के सृजन, 2021 में आजादी का अमृत महोत्सव मनाने जैसे महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों की घोषणा की और गति शक्ति योजना और 75 वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू करने की परियोजना को रेखांकित किया।