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कोरबा@M4S:अवैध रूप से शराब बेचे जाने की सूचना पर गांव पहुंची टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। टीम को बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने घेर लिया।
बताया जा रहा है कि कोरबा उरगा मार्ग पर पताढी के समीप बसे बेचुल भाटा गांव में अवैध शराब निर्माण और बिक्री की सूचना पर आबकारी विभाग की टीम गांव पहुंची थी। विभाग के आधा दर्जन अधिकारी कर्मचारी गांव पहुंचे और मुकेश उरांव नामक ग्रामीण के यहां छापा मारा। आरोप लगाया है कि यहां शराब नहीं मिली बावजूद इसके मुकेश उसकी पत्नी और एक अन्य महिला को पकडक़र आबकारी वाले ले जाने लगे। कारण पूछने पर एक महिला को धक्का दे दिया गया और फिर तीनों को लेकर आबकारी के कुछ लोग पुलिस चौकी आ गए ।
बताया जा रहा है कि कोरबा उरगा मार्ग पर पताढी के समीप बसे बेचुल भाटा गांव में अवैध शराब निर्माण और बिक्री की सूचना पर आबकारी विभाग की टीम गांव पहुंची थी। विभाग के आधा दर्जन अधिकारी कर्मचारी गांव पहुंचे और मुकेश उरांव नामक ग्रामीण के यहां छापा मारा। आरोप लगाया है कि यहां शराब नहीं मिली बावजूद इसके मुकेश उसकी पत्नी और एक अन्य महिला को पकडक़र आबकारी वाले ले जाने लगे। कारण पूछने पर एक महिला को धक्का दे दिया गया और फिर तीनों को लेकर आबकारी के कुछ लोग पुलिस चौकी आ गए ।

उधर ग्रामीणों को जब इसका पता चला तो सब ने गांव में मौजूद अन्य आबकारी वालों को घेर लिया और शर्त रख दी कि जब तक पकड़ कर ले जाए गए मुकेश और दो अन्य लोगों को छोड़ा नहीं जाता इन लोगों को भी गांव से जाने नहीं दिया जाएगा। आबकारी विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को बंधक बना लेने की खबर मिलते ही पुलिस के अधिकारी और कर्मियों ने गांव पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश की। काफी मान मनोव्वल के बाद आबकारी के बंधक बनाए गए लोगों को मुक्ति मिली। बताया जाता है की गांव के लोगों का आरोप है कि आबकारी अथवा पुलिस विभाग के लोग आते हैं और थोड़ी सी भी शराब मिलने पर उसकी मात्रा बढ़ाकर जप्त करने की धमकी देते हैं और फिर कार्रवाई न करने के नाम पर मोटी रकम की मांग करते हैं।