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कोरबा@M4S:छत्तीसगढ़ के जिले उर्जाधानी कोरबा के एक घर से रेस्क्यू किया गया 13 फीट का किंग कोबरा, 5 फीट तक उठा रहा था फन, ग्रामीणों ने देखा तो उड़े होश,आर सी आर एस टीम के अध्यक्ष अविनाश यादव ने किया सुरक्षित रेस्क्यू,वन विभाग के अधिकारियो की मौजूदगी में जंगल में सुरक्षित छोड़ा। कोरबा जिल में घने जंगल के बीच स्थित एक गांव से किंग कोबरा को बरामद किया गया है। यह मकान में खाट के नीचे एक कोने में बैठा था। इसकी लंबाई लगभग 13 फीट है और फन 5 फीट तक उठा रहा था,कोरबा वन मंडल के पसरखेत रेंज के ग्राम मदनपुर के एक मकान में एक सांप को ग्रामीणों ने देखा,सांप की सूचना पर आसपास के लोग सांप को देखने के लिए मकान के बाहर एकत्र हो गए, इस बीच ग्राम कोलगा निवासी चन्द्रशेखर राठिया भी मदनुपर पहुंचा था, मकान के सामने लोगों की भीड़ खड़ी थी, उसने घटना की सूचना आरसीआरएस (रेपटाइल केयर एंड रेस्क्यूटी सोसाइटी) टीम को दिया।
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— MEDIA4SUPPORT (@Media4Support) October 17, 2022
आरसीआरएस के अध्यक्ष और स्नेक कैचर अविनाश यादव मौके पर पहुंचे। उन्होंने सांप की पहचान किंग कोबरा से की। सांप को पकड़ने से पहले अविनाश ने घटना की जानकारी कोरबा वन मंडल के एसडीओ आशीष खेलवालकर को फोन कर के दिया। एसडीओ ने वन विभाग के कर्मचारियों को मौके पर भेजा। किंग कोबरा को पकड़ने के लिए अनुमति प्रदान किया। आरसीआरएस अध्यक्ष अविनाश यादव ने किंग को सुरक्षित पकड़ लिया। सूचना पर कोरबा वनमंडला अधिकारी प्रियंका पांडे भी मौके पर पहुंची। किंग कोबरा को सुरक्षित पकड़ने के बाद पसरखेत वन परिक्षेत्र के घने जंगल में छोड़ दिया गया।
कोरबा वन मंडल की डी एफ ओ प्रियंका पांडेय ने बताया की किंग कोबरा की प्रजाति विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गई है। कोरबा वनमंडल के घने जंगल में किंग कोबरा प्रजाति के सांप पाए जाते हैं। कई बार जंगल से निकलकर रिहायसी इलाकों में भी पहुंच जाते हैं। इससे लोगों को लिए खतरा पैदा हो जाता है। किंग कोबरा के जान पर भी खतरा रहता है। इस प्रजाति के सांप को बचाने के लिए वन विभाग की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। लोगों को सांपों को नहीं मारने के लिए जागरुक किया जा रहा है। किंग कोबरा या अन्य सांप के घर में घुसने पर इसकी सूचना रेपटाइल केयर एंड रेस्क्यूटी सोसाइटी को देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। ताकि सांपों को विलुप्त होने से बचाया जा सके,और लोगो की जान भी,
गौरतलब है कि पसरखेत रेंज में किंग कोबरा की उपस्थिति समय समय पर सामने आती रही है। आर सी आर एस संस्था के अध्यक्ष अविनाश यादव ने बताया की यह विशालकाय सांप कोरबा जिले ही नहीं बल्कि संभाग और प्रदेश में भी सबसे अधिक पसरखेत रेंज में है, इस रेंज में इससे पहले भी किंग कोबरा मिल चुके हैं,भारत में सांपों की 216 प्रजातियां हैं, जिनमें 53 प्रजातियां विषैली होती हैं, इनमें भी किंग कोबरा उन चार प्रजातियों में शामिल है जिनके काटने से इंसान की मौत हो सकती है। किंग कोबरा के जहर से 15 मिनट में इंसान को मौत की नीदं सुला देती है।