ठगों ने क्विक सपोर्ट एप्लीकेशन डाउनलोड करवा कर पीड़ित के मोबाइल का ले लिया था रिमोट एक्सेस
त्वरित कार्यवाही की वजह से रकम वापस
कोरबा@M4S:सायबर सेल कोरबा को पुनः एक पीड़ित के खाते से ठगी हुए 76 हजार 827 रूपए वापस कराने में सफलता मिली है, इसके पूर्व 2 लाख 25 हजार रूपए वापस कराए थे ।
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के द्वारा सायबर सेल के नोडल अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा को निर्देशित किया गया है कि सायबर ठगी से संबंधित मामले में पीड़ित पक्ष को अधिक से अधिक सहयोग कर रकम वापसी कराए जाने का प्रयास किया जाए ।
अभिषेक वर्मा के नेतृत्व में सायबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक कृष्णा साहू एवं सायबर की टीम लगातार कार्य कर रही है ,पीड़ित कलेश्वर सिंह कंवर निवासी बांकीमोंगरा के द्वारा सायबर सेल कोरबा में आकर सूचना दिया गया कि पीड़ित के मोबाइल नंबर पर मैसेज आया था कि घर का बिजली बिल जमा न होने के कारण आज शाम तक कनेक्शन काट दिया जाएगा , अतः दिए गए नंबर पर संपर्क करें ।
प्रार्थी के द्वारा उस नंबर पर संपर्क करने पर ठगों ने ऑनलाइन बिजली बिल जमा करने का विकल्प देकर पीड़ित के मोबाइल पर गूगल प्ले स्टोर से क्विक सपोर्ट एप्लीकेशन डाउनलोड करवा कर पीड़ित के मोबाइल का रिमोट एक्सेस प्राप्त कर लिया , और पीड़ित के खाते से 76 हजार 827 रूपए ट्रांजैक्शन कर लिया । जैसे ही पीड़ित को इसकी सूचना मिली तत्काल सायबर सेल में संपर्क किया । सायबर सेल कोरबा के द्वारा पीड़ित के साथ हुए ठगी का डिटेल NCCRP पोर्टल में अपलोड कर संबंधित बैंक को उक्त रकम को ब्लॉक कर रकम वापस करने का अनुरोध प्रेषित किया , संबंधित बैंक ने ठगी किए हुए संपूर्ण 76 हजार 827 रुपए को समुचित जांच पश्चात प्रार्थी के खाते में वापस कर दिया है ।
NCCRP पोर्टल का मिल रहा है लाभ
बढ़ते हुए साइबर अपराधों पर कार्यवाही एवम रकम वापस कराने नागरिकों की सुविधा हेतु सरकार द्वारा NCCRP पोर्टल बनाया गया है , जिसमें सभी बैंक, पेमेंट वॉलेट, थाना, सायबर सेल एवं अन्य एजेंसियां जुड़ी हुई है । जिन्हें सायबर ठगी की सूचना मिलते ही ठगों द्वारा ट्रांसफर किए गए रकम को खाते में ही ब्लॉक कर रकम वापसी की प्रक्रिया शुरू हो जाती है । इस फोटो का लाभ मिलने लगा है ।
पोर्टल पर लॉगिन कर या 1930 टोल फ्री नंबर पर कर सकते हैं शिकायत
NCCRP पोर्टल में उपलब्ध ईमेल एड्रेस www.cybercrime.gov.in पर पीड़ित सीधे शिकायत दर्ज करा सकते हैं या 1930 टोल फ्री नंबर पर कर कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं ।
रिस्पांस टाइम होता है महत्वपूर्ण
सायबर ठगी के मामले में रिस्पांस टाइम का बहुत ज्यादा महत्व है , जिस तरह दुर्घटना के मामलों में घायल के जल्दी अस्पताल पहुंचने पर जीवन की संभावना बढ़ जाती है , उसी प्रकार सायबर ठगी के मामले में जितनी जल्दी पोर्टल में रिपोर्ट अपलोड किया जाएगा, रकम को ब्लॉक कर वापस कराने में सफलता मिलेगी ।
स्थानीय थाना में ही दर्ज करा सकते हैं शिकायत
सायबर ठगी होने पर पीड़ित को सायबर सेल में शिकायत दर्ज कराने आने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि संबंधित थाना में जाकर उक्त पोर्टल में शिकायत दर्ज करा सकते हैं ।