रिपोर्ट:ईश्वर राठिया
कोरबा@M4S:कोरबा के शासकीय पी जी कॉलेज के ग्राउंड में लगे क्रिकेट प्रैक्टिस नेट पर फंसा विशाल काय मॉनिटर छिपकली, गुस्से में काटने को कोशिश करता रहा, स्नेक रेस्क्यू टीम ने कराया आज़ाद।
कोरबा जिले में आए दिन वन्य जीवों से जुड़ी वीडियो सामने आती रहती हैं और बारिश में अक्सर ज़मीन में रेंगने वाली मौत का डर मंडराता रहता हैं जिसके कारण लोगो में डर बना रहता हैं वही कभी कभी वो खुद भी आफत में फंस जाते हैं, हम बात कर रहे है आज चार पैर वाले विशाल काय मॉनिटर छिपकली (Monitor Lizard) की जो बहुत ही भयानक दिखाता है पर वह जहरीला नहीं होता पर अक्सर उसको देख कर लोग डर जाते हैं,
शासकीय पी जी कॉलेज के ग्राउंड में क्रिकेट खेल रहे कुछ बच्चों को सफ़ाई करते समय नेट पर कुछ फंसा दिखाई दिया पास जाकर देखा तो मॉनिटर छिपकली(गोह) था, जिसको बच्चें लोगों ने छुड़ाने की भरपूर कोशिश किए पर वह और उस जाल में उलझता गया साथ ही उसके गुस्से को देख कर बच्चें डर गए जिसके बाद बच्चों ने कॉलेज के क्रीड़ा अधिकारी डॉ बोगी शंकर राव को इसकी जानकारी दी, उन्होंने फिर स्नेक रेस्क्यू टीम के अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को इसकी जानकारी दी गई जिसके बाद जितेन्द्र सारथी टीम के सदस्य सौरव श्रीवास के साथ मौके पर पहुंचे और जाल को काटने के लिए कैची मंगवाया, जैसे ही उसको छुड़ाने के लिए जाल को काटने लगे वो और गुस्से में आवाज़ करने लगा साथ ही काटने की कोशिश करने लगा, फिर बड़ी सावधानी से धीरे धीरे जाल को काटने में कामयाब हुए और मॉनिटर छिपकली आज़ाद हुआ, जिसको वही दूर जाकार छोड़ दिया गया, छोड़ते ही वो ऐसे भगा मानो जान बची तो लाखों पाए.:बच्चों में वन्य जीवों के प्रति जागरुकता दिखने लगा हैं, अक्सर वो हर छोटे बड़े जीवों को देखने के साथ बचाने में प्रयास करते हैं, जितेन्द्र सारथी ने बताया मॉनिटर छिपकली(Monitor Lizard) जिसको हिंदी में गोह बोलते हैं बहुत ताकतवर सरीसृप प्राणी हैं जिसके पंजों में बहुत ज्यादा ताकत होता हैं, बताया जाता है की राजा महाराजा के शासन काल के समय इसका उपयोग दुश्मनों के किलो में चढ़ने के लिए इस्तमाल किया करते थे