नई दिल्ली(एजेंसी):साथी से प्यार होना ही काफी नहीं है। उससे ज्यादा जरूरी है, ऐसा जोड़ा साबित होना, जो दुख-सुख, अच्छे-बुरे, हर दौर में एक-दूसरे का हाथ थामे रहता है। प्यार के उत्सव वेलेंटाइन डे के मौके पर जानिए कैसे बनाएं अपने रिश्ते को दमदार, बता रही हैं चयनिका निगम
पावर कपल की परिभाषा आपने शायद ही कहीं सुनी हो। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसको चंद शब्दों में समझाया जाना थोड़ा कठिन है। कठिन इसलिए है, क्योंकि ये मामला किसी खास समीकरण के बारे में है ही नहीं, बल्कि यह तो जिंदगी भर के उतार-चढ़ावों के हिसाब से लिए गए सही निर्णयों का परिणाम भर है। पावर कपल कहलाने वाले जोड़े सही समय पर सही निर्णय लेने में माहिर होते हैं और एक-दूसरे का साथ देते हुए जिंदगी में आगे बढ़ते हैं। इन जैसे जोड़ों की फेहरिस्त में रणवीर सिंह-दीपिका पादुकोण, अक्षय कुमार-ट्विंवकल खन्ना और अनुष्का शर्मा-विराट कोहली जैसे कई नाम लिए जाते हैं। इन सभी के रिश्ते की कुछ खासियत है, जो इन्हें चमक भरी दुनिया में होने के बावजूद अपने पार्टनर से इतर किसी और के बारे में सोचने ही नहीं देती है। इन्हीं खासियतों के सहारे ये कहलाते हैं, पावर कपल। इनके रिश्ते से अगर थोड़ी प्रेरणा ली जाए तो आप भी अपने जीवनसाथी के साथ पावर कपल वाली सूची में शामिल हो सकती हैं। पर इसके लिए आपको अपने रिश्ते में कुछ बातों पर ध्यान देना होगा। कौन-कौन सी हैं ये बातें, आइए जानें:
सबसे पहले आपका सहयोग-
इन्फोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति और उनकी पत्नी सुधा मूर्ति को भी पावर कपल कहा जाना चाहिए। ये वो जोड़ा है, जो असल में बताता है कि पार्टनर को आगे बढ़ते रहने के लिए सबसे पहले आपके सहयोग की जरूरत होती है। सुधा उस दौर में इंजीनियर बनीं, जब ये पेशा सिर्फ पुरुषों के नाम हुआ करता था। उन्हें नौकरी मिलने में दिक्कत भी इसलिए आ रही थी कि वो महिला थीं। फिर लंबी लड़ाई के बाद उन्हें नौकरी मिली। ठीक इसी वक्त सुधा ने पति के नए काम इन्फोसिस में मदद करने के लिए मेहनत से मिली नौकरी छोड़ दी।
उन्होंने वो सारे काम किए, जो एक कंपनी शुरू करने के लिए जरूरी होते हैं। ढेर सारे काम इंजीनियरिंग से जुड़े थे भी नहीं। इनमें खाना बनाना भी शामिल था। बस, ऐसा ही कुछ हर एक पार्टनर को करने की जरूरत होती है। उन्हें समझना होता है कि आपके पति या पत्नी को सबसे पहला सहयोग आपसे ही चाहिए होगा। कह सकते हैं कि आगे बढ़ने में जितनी मदद दूसरों से चाहिए होगी, उसकी नींव आपका पार्टनर ही रखेगा। जरूरी नहीं कि ये काम बहुत बड़े ही हों, बल्कि ये बड़े कामों के छोटे हिस्से भी हो सकते हैं। जैसे पत्नी जब ओवरटाइम करके लौटे तो उससे पहले बच्चों को खाना खिलाकर सुला दिया जाए ताकि वो भी आराम कर सके। ये याद रखने की जरूरत है कि आपको ये सारे काम बिना एहसान जताए करने हैं।
सिर्फ अच्छे दिन नहीं-
आपने अपनी पसंद से शादी की। आपने जितने भी सपने संजोए थे, वो सच होने वाले हैं। लेकिन अगर आपको लग रहा है कि सब कुछ सिर्फ सपने के हिसाब से ही होगा तो आप गलत हैं। जिंदगी में ऐसा समय भी आ सकता है, जब आप बुरे समय को महसूस करेंगी, जैसा कि आरती के साथ हुआ। आरती और उनके पति करियर में कमाल कर रहे थे। फिर आरती ने करियर से ब्रेक लेने की सोची। उनको लगा था कि स्थिति ऐसे ही रहेगी तो अपना ब्रेक लंबा भी कर लेंगी और किसी दूसरे फील्ड में भी करियर तलाशेंगी। पर जिंदगी को कुछ और ही मंजूर था।
एक ऐसा समय आया, जब उनके पति की कमाई से उनके सपनों का घर बनना मुश्किल हो रहा था। अब ऐसे में आरती ने अपने आराम और शौक को छोड़ कर फिर से नौकरी शुरू की। घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए परिवार का साथ छोड़ कर एक अनजान शहर में सालों तक रहीं। सिर्फ इसलिए कि पति-पत्नी दोनों की आंखों से देखे सपने पूरे हो सकें। पावर कपल बनने के लिए आपको सिर्फ खूबसूरत दिन नहीं, बल्कि उस वक्त के लिए भी तैयार रहना होगा, जिसको बुरा समय कहा जाता है।
छोड़िए, सिर्फ अपने बारे में सोचना-
खुद को आगे बढ़ना देखने के बारे में सोचना गलत नहीं है, लेकिन जब पार्टनर आपके साथ हो तो आप सिर्फ अपने बारे में नहीं सोच सकतीं। आपको पार्टनर की चाहत और प्रतिभा को देखते हुए उसको आगे बढ़ते रहने का माहौल भी देना होगा।
कभी उसे जिम्मेदारियों से मुक्त करना होगा तो कभी खुद आगे बढ़ कर उसकी जिम्मेदारियों को अपने नाम करना होगा। बॉक्सर मैरी कॉम के पति ने यही किया था। वो खुद फुटबॉलर थे, लेकिन उन्हें पत्नी की प्रतिभा पर भरोसा था। इसलिए उन्होंने वो सारे काम अपने हाथ में ले लिए, जो आमतौर पर भारतीय परिवारों में महिलाएं ही करती हैं। उन्होंने अपने करियर से आगे मैरी की सफलता के बारे में सोचा। यहां ये बिल्कुल नहीं कहा जा रहा है कि अपने बारे में सोचा ही ना जाए, बल्कि समय और सुविधा देखते हुए जो दोनों के लिए बेहतर हो, वही करना सही होगा।
सफलता सिर्फ आपकी नहीं-
सफल होने की दौड़ में सिर्फ ‘मैं’ के साथ काम नहीं चलता है, बल्कि पावर कपल कहलाने वाले लोग ‘हम’ के सहारे आगे बढ़ते हैं। हम मतलब दोनों का आगे बढ़ना भी होता है और किसी एक के सहयोग के सहारे दूसरे का आगे बढ़ना भी होता है। जैसा कि अमिताभ और जया बच्चन के साथ हुआ। अगर अमिताभ महानायक बन पाए तो सिर्फ इसलिए कि उनकी पत्नी अपने करियर को पीछे छोड़ घर संभालने लगीं। अब अगर अमिताभ अपनी सफलता का श्रेय खुद ही ले लेंगे तो काम नहीं चलेगा। ऐसा करने पर उनकी सफलता अधूरी ही रहेगी।
मेहनत के साथ मस्ती भी-
आजकल के जीवन में पहली क्लास में पढ़ने वाला बच्चा भी व्यस्त ही होता है। हर इंसान किसी ना किसी काम में व्यस्त ही है। फिर भी अपने जरूरी काम के लिए समय सभी निकाल लेते हैं। इन्हीं जरूरी कामों में मस्ती और मजे को भी शामिल कर लीजिए। जैसे जिंदगी में मेहनत की अहमियत है, ठीक वैसे ही हल्के-फुल्के समय के भी अलग फायदे हैं। यही वो समय होता है, जब असल में आप जीवन की बेहतरी की योजना बना सकते हैं।
पावर कपल ही नहीं, पावर होम भी
पावर कपल यानी जोडे़ के तौर पर आपकी सफलता। यह सफलता तब बिल्कुल फीकी होती है, जब आपका घर फल-फूल न रहा हो। आपको पावर कपल तो बनना ही है, आपको ‘पावर होम’ वाला कॉन्सेप्ट भी जिंदगी में शामिल करना होगा। आपको समझना होगा कि परिवार अगर व्यवस्थित नहीं है तो सारी मेहनत जाया ही चली जाएगी।
(लखनऊ की साइकोलॉजिस्ट डॉ. स्मिता श्रीवास्तव से बातचीत पर आधारित)
दोनों का विकास-
पेशे से टीचर प्रीति के पति डॉक्टर हैं। स्कूल, घर और बच्चे संभालते हुए अकसर वो थक जाती हैं। पर ठीक इस वक्त बहुत ज्यादा व्यस्त रहने वाले उनके पति मदद करने चले आते हैं। अकसर आस-पड़ोस के लोग उन्हें घर के काम निपटाते देखते हैं। कई बार उनका इसलिए मजाक भी बनता है कि वो औरतों वाले काम क्यों कर रहे हैं।
मगर फिर उनके डॉक्टर पति का जवाब आ जाता है कि जब मैं अपने करियर पर बिना किसी दूसरी जिम्मेदारी के मेहनत कर सकता हूं तो मेरी पत्नी क्यों नहीं। उनको भी आगे बढ़ने का हक है। यही वो सोच है, जो पावर कपल को ये ओहदा दे देती है। ये वो सोच है, जो कहती है कि उन्नति दोनों को करनी है, किसी एक को नहीं।