TOPPERS:कोरबा की  तीन बेटियों ने प्रदेश के TOP10 में बनाई जगह

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12वीं में फरहीन सातवां, दसवीं बोर्ड में वर्षा व अंजली ने हासिल किया 9वां रैंक
कोरबा@M4S:माध्यमिक शिक्षा मंडल छत्तीसगढ़ ने हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी बोर्ड परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए हैं। टॉप 10 में जिले की तीन बेटियों ने जगह बनाने में सफलता पाई है। कक्षा 12वीं की फरहीन कुरैशी ने 95.60 फीसदी अंकों के साथ प्रदेश में सातवां स्थान हासिल किया है। फरहीन एमजीएम हायर सेकेण्डरी स्कूल बालको की छात्रा है। वहीं कक्षा दसवीं में ब्लूबर्ड स्कूल की छात्रा अंजली शर्मा एवं निर्मला कॉन्वेंट स्कूल की छात्रा कु. वर्षा डे ने 97.67 फीसदी अंक हासिल कर टॉप टेन में नवां स्थान प्राप्त किया है।
10वीं में 78.65 और 12वीं में 78.45 फीसदी छात्र सफल रहे हैं। खास बात यह है कि 10वीं बोर्ड परीक्षा में कोरबा जिले ने परचम लहराते हुए बीते वर्ष के मुकाबले 7.87 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की है। 12वीं के परिणाम में डेढ़ फीसदी का अंतर आया है। परीक्षा मंडल के द्वारा परिणामों की घोषणा आज किये जाने की व्यवस्था की गई थी। कलेक्टोरेट में इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। यहां पर परिणाम जानने के लिए कुछ विद्यार्थी और उनके पालक भी पहुंचे हुए थे। चूंकि बोर्ड ने इंटरनेट पर नतीजों को अपलोड कर दिया है इसलिए लोगों ने अपने स्तर पर या तो घरों में परिणाम जाने या फिर साइबर कैफे की मदद ली।


कलेक्टर बनना चाहती है दोनों बेटियां
कक्षा दसवीं में 9वां रैंक हासिल करने वाली जिले की दोनों बेटियां कलेक्टर बनना चाहती है। यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल कर वे प्रशासनिक सेवा क्षेत्र में जाने की इच्छा रखती है। निर्मला स्कूल की छात्रा वर्षा डे के पिता उज्जवल डे व मां कमला डे ने पुत्री की सफलता पर खुशी जाहिर की है। वहीं एलएस शर्मा व यमुना शर्मा की पुत्री ब्लूबर्ड की स्कूल की छात्रा अंजली शर्मा का सपना भी कलेक्टर बनने का है। दोनों ही दसवीं के बाद आगे इसी तरह सफलता हासिल करने दृढ़ संकल्पित है।
फरहीन बनना चाहती है सीए
12वीं बोर्ड परीक्षा में सातवां रैंक हासिल करने वाली फरहीन कुरैशी सात भाई-बहनों में सबसे छोटी है। पिता नानवेज का व्यवसाय करते है। परिवार में सभी पढ़े लिखे है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद भी फरहीन के पिता एमडी इकबाल कुरैशी ने कभी भी अपने बच्चों की शिक्षा में इसे आड़े नहीं आने दिया। फरहीन एमजीएम स्कूल बालको की छात्रा है। वह पढ़ लिखकर सीए बनना चाहती है उसने अपनी सफलता का श्रेय माता पिता , शिक्षक व दोस्तों को दिया है। 8 से 10 घंटे पढ़ाई कर उसने यह सफलता हासिल की है। खास बात तो यह  है कि वह नेहरू नगर बालको कुलिंग टॉवर के पास रहती है। जहां दिनभर शोर होता रहता है। लेकिन इसके बाद भी उसकी पढ़ाई में किसी तरह की अड़चन नहीं आई।

 परीक्षार्थियों को मिला कृपांक
विद्यार्थियों को अधिकतम कृपांक 20 मिला है। इसके अलावा खेलकूद में बच्चों को बोनस अंक दिया गया है। किसी भी विषय में अधिकतम 10 प्रतिशत कृपांक दिए जा सकेंगे। उदाहरण के लिए 100 अंकों के प्रश्न पत्र में अधिकतम 10 अंक, 75 अंकों के प्रश्न पत्र में अधिकतम आठ अंक, 25 अंक के प्रायोगिक प्रश्न पत्र में दो अंक का कृपांक दिया गया । इसी अनुक्रम में व्यावसायिक परीक्षा हाईस्कूल पाठ्यक्रम के लिए उसके अधिभार के अंक का 10 प्रतिशत कृपांक दिया गया है।
 
यह है बोनस अंक का नियम
बोर्ड परीक्षाओं में एनसीसी में मावलंकर शूटिंग कैंप, थल सेना कैंप, वायु सेना, नौसेना कैंप में सफलतापूर्वक हिस्सा लेकर प्रमाणपत्र हासिल करने वाले छात्रों को 15 अंक व डीकैट कैंपों तक पहुंचने वाले छात्रों को 10 अंक बोनस के रूप में दिया जाता है। खेलकूद में राज्य स्तर पर 10, राष्ट्रीय स्तर पर 15 और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 20 अंक, एनसीसी में आरडी परेड, मावलंकर शूटिंग, वायु सैनिक, नौसेना कै प और थल सेना कै प के लिए 15 अंक, डी कैट में 10 अंक, एनएसएस में आरडी परेड में 15 अंक मिलते हैं।  अधिकारियों के अनुसार, खिलाड़ी छात्र-छात्राओं को अक्सर खेल के कारण अपना ज्यादा समय खेल के लिए ही गुजारना पड़ता है, लिहाजा इस मामले में खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए बोनस अंक देने की योजना चलाई जा रही है।  

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