चेन्नई(एजेंसी):23 जून को होने वाली NEET-PG परीक्षा स्थगित होने के बाद से विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है। वहीं, शनिवार रात को सरकार ने NTA के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को पद से हटा दिया गया है। इसी कड़ी में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया X पर अपनी पोस्ट में केंद्र सरकार को जमकर लताड़ा है।
परीक्षा रद्द करना एक बार की घटना नहीं
स्टालिन ने रविवार को कहा कि नीट-पीजी परीक्षा और यूजीसी-नेट को रद्द करना एक बार की घटना नहीं है, बल्कि केंद्रीकृत चयन की अक्षम और टूटी हुई प्रणाली के ताबूत में आखिरी कीले हैं। बता दें कि स्टालिन की पार्टी डीएमके भी नीट का विरोध कर रही है। उन्होंने स्कूली शिक्षा को करियर का आधार बनाने के लिए संयुक्त प्रयास करने का आह्वान किया है।
हजारों डॉक्टरों को ‘गहरी निराशा’ में डाल दिया
स्टालिन ने कहा कि नीट-पीजी और यूजीसी-नेट के निरस्तीकरण ने हमारे हजारों डॉक्टरों को ‘गहरी निराशा’ में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि ‘हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ये घटनाएं एक बार की घटनाएं नहीं हैं, बल्कि केंद्रीकृत चयन की अक्षम और टूटी हुई प्रणाली के ताबूत में अंतिम कीलें हैं।’
स्टालिन ने आगे कहा कि ‘चूंकि यह घोटाला उजागर हो रहा है, इसलिए हमें बेहतर भविष्य के लिए योजना बनानी चाहिए और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए निष्पक्ष और न्यायसंगत चयन प्रक्रिया बनाने, स्कूली शिक्षा की प्राथमिकता सुनिश्चित करने और इसे करियर का आधार बनाने (और) व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए चयन प्रक्रिया निर्धारित करने के राज्यों के अधिकारों को बहाल करने के लिए हाथ मिलाना चाहिए।’