नई दिल्ली(एजेंसी): क्या आप भी 2025 में ‘Password123’ जैसे पासवर्ड सेट करके बैठे हैं, तो आपके लिए बड़ा अपडेट है। दरअसल, गूगल ने अपने I/O 2025 इवेंट में एक ऐसे फीचर की घोषणा कर दी है जो ऐसे कमजोर पासवर्ड खुद ही बदल देगा। जी हां, कंपनी ने गूगल Chrome के अंदर इस फीचर को ऐड किया है जो वेबसाइटों पर कमजोर या कॉम्प्रोमाइज हुए पासवर्ड को ऑटोमेटिक चेंज कर देगा। चलिए इस नए फीचर के बारे में विस्तार से जानते हैं…
गूगल पासवर्ड मैनेजर पर है बेस्ड
गूगल ने खुद यह बताया है कि ये नया फीचर क्रोम के मौजूदा गूगल पासवर्ड मैनेजर पर बेस्ड है, जो पहले से ही अनसेफ पासवर्ड को फ्लैग करता है। हालांकि, इस नए अपडेट के बाद पासवर्ड मैनेजर नेक्स्ट लेवल पर पहुंच जाएगा। यूजर्स को ‘1234’ या ‘पासवर्ड’ जैसी समस्याओं के बारे में अब क्रोम सिर्फ सूचना ही नहीं देगा बल्कि Chrome एक क्लिक में समस्या को ठीक भी कर देगा। ब्राउजर ऑटोमेटिक एक स्ट्रांग पासवर्ड जनरेट करके यूजर्स की ओर से इसे अपडेट कर देगा।
ऑटोमेटिक सेट कर देगा पासवर्ड
कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया है कि जब क्रोम साइन-इन के दौरान कॉम्प्रोमाइज हुए पासवर्ड का पता लगाता है, तो Google पासवर्ड मैनेजर यूजर्स को इसे ऑटोमेटिक ठीक करने का ऑप्शन भी दे रहा है। अलग-अलग वेबसाइटों पर Chrome एक स्ट्रांग रिप्लेसमेंट जनरेट कर सकता है और यूजर्स के लिए पासवर्ड को ऑटोमेटिक अपडेट कर सकता है।
Google के अनुसार, इसका टारगेट एक आम समस्या को हल करना है। ज्यादातर यूजर्स जानते हैं कि उन्हें स्ट्रांग पासवर्ड का इस्तेमाल करना चाहिए, लेकिन अक्सर लोग चेतावनी दिए जाने पर भी पासवर्ड चेंज नहीं करते।
बिना परमिशन नहीं बदलेगा पासव
हालांकि Google ने यह भी कहा है कि यूजर्स की परमिशन के बिना पासवर्ड चेंज नहीं किया जाएगा। कंपनी का कहना है कि जब तक यूजर परमिशन नहीं देता, तब तक क्रोम किसी भी पासवर्ड को चेंज नहीं करेगा। दिलचस्प बात यह है कि ऑटोमेटिक पासवर्ड चेंज फीचर पूरी तरह से नया नहीं है। Google ने पहले इसे Android पर Assistant के जरिए पेश किया था। हालांकि, इसे सीधे क्रोम में इंटीग्रेट करने से यह टूल काफी काम आसान कर देगा।
कब तक मिलेगा ये फीचर?
गूगल का कहना है कि इस साल के एंड में इस फीचर को रोल आउट किया जाएगा। अभी Google डेवलपर्स और वेबसाइटों को अपडेट के लिए जरूरी बदलाव को लागू करके इस फंक्शनलिटी के लिए तैयार होने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।