कोरबा@M4S:छत्तीसगढ़ की पारंपरिक लोक पर्व छेरछेरा ग्रामीण क्षेत्र ही नहीं शहरी क्षेत्र में भी बड़े उत्साह के साथ मनाया गया जिसमे सुबह से ही क्या छोटे क्या बड़े सभी ने घर-घर जाकर अंन की दान मांगते हुए दिखाई दिए और माता बहनों ने उन समस्त छोटे-छोटे प्यारे बच्चों को अंन की दान कर सुख समृद्धि की कामना की उसे समय और भी बहुत अच्छा लगने लगा जब कड़ कड़ाती ठंड में सभी घर के अंदर रजाई में घूसे रहे और जैसे ही इन टोलियां की छेरछेरा मांगने की आवाज आई है
सभी उठकर बहुत ही उत्साह पूर्वक इस पारंपरिक लोक पर्व की खुशियों को बाटते हुए अपनी सहभागिता निभाई यह पर्व छत्तीसगढ़ में उसे समय मनाया जाता है जब किसान पूरी मेहनत करके खेत में लगाए हुए धान को अपने घर में लाते हैं और अंन की दान करते हुए धरती माता से यह कामना करते हैं कि हम पर सदैव आपका आशीर्वाद बने रहे और आप हमारे घर में सदैव विराजमान रहे छत्तीसगढ़ हर एक पारंपरिक लोक पर्व को बड़े ही उत्साह से भव्य स्तर पर प्रतिवर्ष आयोजित करने वाले समाजसेवी अखिल भारतीय सतनामी युवा कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष मनीराम जाँगड़े छेरछेरा त्योहार पर अपनी विचार व्यक्त की है