कोरबा@M4S:जिले के जंगलों में हाथियों की मौजूदगी बनी हुई है। ऐसे गजराजों के हमले के खतरे के बीच तेंदूपत्ता संग्रहण की चुनौती संग्राहकों के सामने बनी हुई है। इसे लेकर वन अमला अलर्ट मोड पर है। निगरानी करने के साथ हाथियों के विचरण वाले इलाकों में तेंदूपत्ता संग्रहण ना करने की हिदायत देते हुए सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है।मई के पहले सप्ताह से तेंदूपत्ता का संग्रहण शुरु हो गया है। इसके साथ ही पत्ता संग्रहण के दौरान जंगली जानवरों का हमला भी बढ़ गया है। दो दिन में दो ग्रमाीण तेंदूपत्ता संग्रहण के दौरान जंगली जानवरों के हमले में घायल हुए हैं।
जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण का काम युद्ध स्तर पर शुरू हो गया है। जंगल में हाथी लगातार विचरण कर रहे हैं, जिससे ग्रामीणों को खतरा बना हुआ है। ऐसे में वन विभाग काफी सतर्कता बरत रहा है। हाथियों की मौजूदगी वाले जंगल में ग्रामीणों को तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए न जाने की अपील की जा रही है। कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज के गुरमा परिसर के जंगल के में बीती रात बड़ी संख्या में हाथी पहुंचे हैं। जिसकी जानकारी वन विभाग को लगने पर अधिकारी व कर्मचारी तडक़े क्षेत्र में पहुंचे और मुनादी कराकर ग्रामीणों को जंगल जाने से रोका गया। ग्रामीणों से कहा गया कि क्षेत्र के जंगल में 39 हाथी पहुंचकर विचरण कर रहे हैं। ऐसे में जंगल जाकर अपनी जान को जोखिम में न डालें। हाथियों के क्षेत्र में रहते तक दूरी बनाए रखें। हाथियों का यह दल लेमरू रेंज से पहुंचा है। इससे पहले हाथियों के लेमरू व कुदमुरा रेंज की सीमा पर होने की कल सूचना मिली थी। बताया जाता है कि हाथियों का दल कल दिन ढलने के बाद आगे बढ़ा और लेमरू रेंज की सीमा को पार कर कुदमुरा रेंज में प्रवेश करने के साथ सुबह होने से पहले गुरमा जंगल के में पहुंचकर डेरा डाल दिया। हाथियों का लोकेशन तडक़े यहां के जंगल में होने का मिलते ही वन विभाग का अमला सक्रिय हुआ और गुरमा क्षेत्र पहुंचकर ग्रामीणों को सतर्क करने के अभियान में जुट गया। हाथियों ने तत्काल कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचाया है, लेकिन यहां आने से पहले रास्ते में दो ग्रामीणों के धान फसल को रौंदकर तहस-नहस कर दिया है। इसके अलावा जंगलों में भालू और जंगली सूअरों का आतंक भी बरपा हुआ है। जो लगातार ग्रामीणों पर हमला कर उन्हें घायल कर रहे हैं।
बीजाडांड व सेमरहा में दो लोनर कर रहे विचरण
कोरबा के अलावा कटघोरा वनमंडल के केंदई व पसान रेंज में हाथियों की मौजूदगी लगातार बनी हुई है। पसान रेंज के बीजाडांड व सेमरहा में दो लोनर हाथी घूम रहे हैं, जिसमें एक खतरनाक लोनर भी है। इसे देखते हुए ग्रामीणों को तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए क्षेत्र के जंगल में न जाने की अपील की जा रही है, जबकि केंदई रेंज के कोरबी व कापानवापारा सर्किल में हाथियों का दो दल विचरण कर रहा है।
जंगल सूअर के हमले में महिला घायल
वन परिक्षेत्र करतला अंतर्गत ग्राम पंचायत चोरभ_ी के जंगल में तेंदूपत्ता तोडऩे गई महिला बीना बाई राठिया उम्र 37 वर्ष पर जंगल सूअर ने हमला कर दिया। महिला को गंभीर चोटें आई है। उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटना गुरुवार सुबह 7.30 बजे की बताई जा रही है। गांव कछार में रहने वाली महिला बीना बाई तेंदूपत्ता तोडऩे के लिए जंगल में गई थी। वह पत्ता तोड़ रही थी इसी बीच जंगली सूअर ने उस पर सामने से हमला कर दिया। सूअर के हमले में महिला घायल हो गई और वह जान बचाने के लिए जोर-जोर से चिल्लाने लगी। इसी बीच आसपास पत्ता तोड़ रहे गांव के लोग दौड़ते हुए बीना बाई के पास पहुंचे। उन्होंने बीना को घायल अवस्था में देखा। उसे जंगल से निकालकर बाहर ले जाया गया। अस्पताल पहुंचाने के लिए मामले सूचना पुलिस को दी गई। डॉयल 112 वाहन से महिला को करतला के सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया है। इधर मामले की जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। घायल को इलाज के लिए तत्कालिक तौर पर 500 रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई गई। वन विभाग का कहना है कि महिला के इलाज में आना वाला सारा खर्च विभाग की ओर से वहन किया जाएगा। गौरतलब है कि एक दिन पहले कुदमुरा वन परिक्षेत्र अंतर्गत तेंदूपत्ता तोडऩे के दौरान एक पुरुष पर भालू ने हमला कर घायल कर दिया था।