कोरबा@M4S: पाली ब्लॉक के अधिकांश गांव में पानी सप्लाई के लिए पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है। घर और मोहल्ले में नल भी लग गया है, लेकिन इन नलों से पानी नहीं आता। समूह जल प्रदाय योजना के लिए 431 करोड़ 96 लाख की मंजूरी मिली है। काम शुरू भी हुआ, ठेका कंपनी को तय समय में काम पूरा करना था, लेकिन अब तक 50 फीसदी काम भी पूरा हुआ है या नहीं इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं है।
विभाग के अनुसार काम पूरा होने में अभी 6 महीने का समय और लग सकता है। ऐसे में 245 गांव को इस बार की गर्मियों में भी पानी की समस्या से जूझना पड़ेगा। पाइपलाइन से टेप नल के जरिए ग्रामीणों के घरों तक पानी पहुंचाने की परिकल्पना अब तक साकार नहीं हुई है। स्थानीय निवासी बताते हैं कि लोगों को आज भी एक किलोमीटर दूर नाले से पानी की आपूर्ति करनी पड़ती है। गर्मी में वाटर लेवल भी नीचे चला जाता है, ऐसे में ग्रामीणों को काफी संघर्ष करना पड़ता है। ग्रामीण कहते हैं कि गांव में जो हैंडपंप लगे हैं। वह भी दम तोड़ देते हैं। बीच-बीच में खराब भी हो जाते हैं। नियमित अंतरालों पर इनका सुधार भी नहीं हो पाता जिसके कारण आसपास के कई गांव में पानी की किल्लत है।
जल जीवन मिशन के तहत समूह जल प्रदाय योजना के लिए 431.96 करोड़ की मंजूरी मिली है। योजना में पाली ब्लॉक और आसपास के 245 गांव शामिल हैं। जहां हसदेव नदी पर बने प्रदेश के सबसे ऊंचे बांध मिनीमाता बांगो बांध से पानी की आपूर्ति की जाएगी। गांव में पाइपलाइन, नल कनेक्शन और टंकी का निर्माण होना है। वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट, 16 बड़ी पानी टंकी, इंटेकवेल और गांव तक पानी पहुंचाने 891 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाई जा रही है।ठेका कंपनी द्वारा बेहद धीमी गति से कार्य किया जा रहा है। इसकी वजह से इस गर्मी में भी लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। पाली ब्लॉक में समूह जलप्रपात योजना के तहत कार्य प्रगति पर है। यहां 245 गांव में घर घर नल के जरिए पानी सप्लाई की जाएगी। यहां ओवर है टैंक के साथ ही पाइप लाइन का कार्य चल रहा है। पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है। जैसे ही कार्य पूरा होगा। पानी की सप्लाई शुरू की जाएगी। अभी वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम भी चल रहा है। काम को पूरी तरह से पूर्ण होने में अभी 6 महीने का समय और लग जाएगा। फिलहाल हैंडपंप और जो सोलर वाले मोटर पंप हैं। उनसे जल आपूर्ति की जा रही है। इन वैकल्पिक माध्यम से ग्रामीणों को पीने का पानी मिल रहा है। दिन पहले सुशासन तिहार के दौरान सीएम विष्णुदेव साय गांव मदनपुरा आए थे। यह गांव भी मल्टी विलेज योजना में शामिल है। यहां सीएम ने कहा था कि बीते 5 साल में जब कांग्रेस की सरकार थी। तब उन्होंने पानी की व्यवस्था और खोज किए बिना, अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए पाइपलाइन बिछा दिया। जिसकी वजह से आज नलों में पानी नहीं है। कांग्रेस ने इस योजना का बंटाधार किया है।