भ्रष्टाचार को उजागर करना बना हत्या की वजह
एसआईटी के अनुसार, 24 दिसंबर को एनडीटीवी के पत्रकार मुकेश ने गंगालूर-मिरतूर सड़क में भ्रष्टाचार की खबर उजागर की थी। इसके बाद कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए और 27 दिसंबर को राज्य जीएसटी ने सुरेश की फर्म पर छापामारी की, जिसमें कर चोरी पकड़ी गई।
सुरेश ने मुकेश पर दबाव डालने की कोशिश की, ताकि खबरें रुकवाई जा सकें। एक जनवरी की रात तक सुरेश और उसके भाइयों के बीच कई बार बातचीत और मुलाकातें हुईं, लेकिन जब मुकेश पर दबाव नहीं बना, तो सुरेश ने हत्या का षड्यंत्र रचा और उसकी हत्या कर सेप्टिक टैंक में चुनवा दिया। पुलिस ने सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होगी सुनवाई
एसआईटी प्रमुख मयंक गुर्जर ने बताया कि चार्जशीट में हथियार, फोरेंसिक साक्ष्य, काल डिटेल्स और बयान शामिल हैं। इससे साबित होता है कि सुरेश और उसके भाइयों ने मिलकर हत्या की योजना बनाई। अब इस मामले की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला न्यायालय दंतेवाड़ा में की जाएगी।