कोरबा@M4S:स्वामी अत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय चैतमा में राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम चिरायू पाली राष्ट्रीय सेवा योजना ,हेल्थ केयर के सहयोग से शासन प्रशासन के नेशनल हेल्थ मिशन जिला स्वास्थ्य विभाग कोरबा निर्देश पर सिकल सेल एनीमिया ,शुगर बीपी, प्राथमिक उपचार स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। स्वास्थ्य परीक्षण में
डॉ संदीप सिंह राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम चिरायु
किताब सिंह फार्मेसिस्ट
संतोषी आदिले ए एन एम
चिरायु टीम पाली, बीएमओ पाली, रासेयो समन्वयक डॉ मनोज सिन्हा, जिला संगठक प्रो वाय के तिवारी ,प्राचार्य संरक्षक चंद्राणी सोम के निर्देश पर वीरेंद्र कुमार बंजारे कार्यक्रम अधिकारी ब्याख्याता जीवविज्ञान, चंद्रमुखी साहू हेल्थकेयर,सुरेन्द्र सिंह नेटी ब्याख्याता,मुरारीलाल धीवर, शिक्षक के सहयोग से स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
डॉ संदीप सिंह राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम चिरायु ने बताया कि सिकल सेल एनीमिया 81 विद्यार्थियों का किया गया है। जिसमें 8 विद्यार्थियों का रिपोर्ट सिकल परीक्षण में पाजेटिव सिकल सेल पाया गया है। आनुवंशिक कारणों से होता है: सिकल सेल एनीमिया होने के लिए, किसी व्यक्ति को दोनों माता-पिता से हीमोग्लोबिन बनाने वाले HBB जीन में बदला हुआ जीन विरासत में मिलना चाहिए. अगर किसी व्यक्ति को माता-पिता में से सिर्फ़ एक ही माता-पिता से सिकल सेल जीन मिला है, तो वह बीमारी का वाहक होगा. संतोषी आदिले ए एन एम
चिरायु टीम पाली
वाहक व्यक्ति में आम तौर पर लक्षण नहीं दिखते, लेकिन अगर उनके साथी में भी सिकल सेल लक्षण है, तो उनके बच्चे को बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है.
किताब सिंह फार्मेसिस्ट ने बताया कि सिकल सेल एनीमिया, ऑटोसोमल रिसेसिव पैटर्न में विरासत में मिलती है.
सिकल सेल एनीमिया, अफ़्रीकी मूल के परिवारों में सबसे ज़्यादा पाया जाता है. वीरेंद्र कुमार बंजारे ब्याख्याता जीवविज्ञान ने बताया कि अमेरिका में, अफ़्रीकी अमेरिकी लोगों में सिकल सेल एनीमिया का खतरा ज़्यादा होता है. सिकल सेल एनीमिया से जुड़े कुछ लक्षण:हड्डियों में दर्द
आंखों में नुकसान और पैरों में सूजन बुखार
स्ट्रोक चलने या बात करने में दिक्कत दृष्टि में बदलाव दिखाई देती हैं। विभिन्न प्रकार के रंग-बिरंगे फल और सब्जियाँ, साथ ही साबुत अनाज खाएं। खूब पानी पिएं। निर्जलीकरण से सिकल सेल दर्द संकट का खतरा बढ़ सकता है। पूरे दिन पानी पिएं, दिन में लगभग आठ गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखें।
जीवविज्ञान के छात्र छात्राओं स्वंय सेवकों ने सिकल सेल एनीमिया, बीपी, शुगर परीक्षण किस प्रकार से किया जाता हैं उत्सुकता से सीखा। स्वंय सेवक जीवविज्ञान हेल्थकेयर के विद्यार्थियों संध्या ,तमन्ना,ज्योति श्वेता,अश्विनी, विनय महंत, थानेश्वर, पीयूष, रोहित आरमोर, नेहा राज, नितेश नागदेव, सीमाक्षी, मिथलेश,दीपा, सुष्मिता,इत्यादि ने विशेष सहभागिता निभाई।