कोरबा@M4S:पर्यावरण प्रदूषण फैलाने के मामले में एक बार फिर एसईसीएल प्रबंधन पर पर्यावरण विभाग ने भारी भरकम जुर्माना लगाया है। कोल डस्ट नियंत्रण में लापरवाही पर एसईसीएल दीपका प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की गई है। मामले की शिकायत एसईसीएल दीपका परियोजना अंतर्गत ग्राम सरकी के ग्रामीणों ने पर्यावरण विभाग से की थी। शिकायत में कहा गया था कि प्रबंधन द्वारा प्रदूषण नियंत्रण को लेकर उचित कदम नहीं उठाया जा रहा है। जिससे कोल व रोड डस्ट से मानव सेहत पर प्रभाव पड़ रहा है। शिकायत पर पर्यावरण विभाग ने मौका स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान दीपका प्रबंधन की लापरवाही सामने आई। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि दीपका एरिया प्रबंधन की ओर से कोल डस्ट नियंत्रण को लेकर कारगर कदम नहीं उठाए गए हैं। जिस पर दीपका प्रबंध के खिलाफ 4 लाख 20 हजार की पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति राशि अधिरोपित की गई है। इससे पूर्व भी बिना ढके कोल परिवहन के मामले में एसईसीएल के विभिन्न परियोजनाओं के खिलाफ जुर्माना वसूल कार्रवाई की गई थी। इसके बाद भी एसईसीएल प्रबंधन लापरवाही को लेकर बाज नहीं आ रहा है। क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी ने बताया कि एसईसीएल दीपका प्रबंधन पर वायु जल अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। लापरवाही पाए जाने पर खदान प्रबंधक को नोटिस जारी किया गया था। नोटिस जारी करने के बाद खदान प्रबंधन ने समाधानकारक कार्रवाई की। समाधान कारक कार्रवाई किए जाने तक फैलाए गए प्रदूषण को लेकर खान प्रबंधन पर जुर्माना की कार्रवाई की गई। क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी प्रमेंद्र पांडेय ने बताया कि एसईसीएल दीपका खदान और आसपास क्षेत्र में कोल डस्ट की शिकायत सिरकी के ग्रामीणों से शिकायत प्राप्त हुई थी। इसके संबंध में निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के दौरान कोल डस्ट की समस्या पाई गई। जिस पर खदान प्रबंधन को वायु, जल अधिनियम के तहत नोटिस जारी किया गया। नोटिस जारी करने के बाद प्रबंधन द्वारा समाधानकारक कर्रवाई की गई। समाधानकारक कार्रवाई किए जाने तक लापरवाही को लेकर खदान प्रबंधन पर 4 लाख 20 हजार रुपए की पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति राशि अधिरोपित की गई है।
एसईसीएल दीपका प्रबंधन को प्रदूषण फैलाना पड़ा महंगा पर्यावरण विभाग ने लगाया 4 लाख जुर्माना
