कुशीनगर(एजेंसी):उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में तैनात रहे एसडीएम दिनेश कुमार ने शुक्रवार की आधी रात को कुशीनगर जिले में पडरौना स्थित गायत्री मंदिर में अपने महिला मित्र के साथ शादी रचाई। दो प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में आधी रात को हुई यह शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। एसडीएम और उनकी महिला मित्र आजमगढ़ जिले के रहने वाले हैं। मौजूदा समय में दिनेश कुमार हापुड़ में कार्यरत हैं।
चार साल पहले शुरू हुई प्रेम कहानी
कुशीनगर जिले के हाटा एवं खड्डा तहसील में तैनात रहे एसडीएम दिनेश कुमार का तबादला एक महीने पहले हापुड़ जिले में हो गया था। कुशीनगर जिले में तैनाती के दौरान एसडीएम हाटा स्थित सरकारी आवास में रहते थे, जिसमें उनका सामान अभी भी रखा हुआ था। एसडीएम आजमगढ़ के ढिलमपुर थाना क्षेत्र के एक गांव के निवासी हैं। शुक्रवार को वह आवास से सामान ले जाने के लिए हापुड़ से कुशीनगर पहुंचे। उनके पहुंचने के दौरान ही आजमगढ़ जिले के ही अहरौला थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली उनकी महिला मित्र भी कुशीनगर पहुंच गई। दोनों के आमने-सामने होने पर हाईप्रोफाइल ड्रामा शुरू हो गया। सूत्रों की मानें तो महिला ने डीएम से शिकायत की कि एसडीएम से करीब चार साल पहले से उसके संबंध हैं। महिला ने डीएम से न्याय की गुहार लगाई।
नहीं मानी महिला
अंदरखाने यह बात सामने आ रही है कि अफसर महिला को देर रात तक समझाने-बुझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन वह एसडीएम के साथ शादी करने की जिद पर अड़ी रही। इस पर एसडीएम ने उसके साथ शादी करने की सहमति दे दी। इसके बाद अफसरों की मौजूदगी में ही देर रात को एसडीएम और उनकी महिला ने पति-पत्नी के रूप में साथ रहने का शपथ पत्र दिया। फिर आधी रात को पडरौना स्थित गायत्री मंदिर में दोनों ने शादी की रश्में पूरी की। बताया जा रहा है कि एसडीएम की शादी हो चुकी थी, लेकिन अब पत्नी उनके साथ नहीं रहती है। वहीं एसडीएम दिनेश कुमार ने कहा कि लड़की बार-बार मनगढ़ंत आरोप लगा रही थी। एक बार वह अपनी मां के साथ लड़की के घर शादी करने की बात करने गए थे, पर उसने ही इनकार कर दिया था। इसके बाद भी कभी वह पैसे और कभी नौकरी दिलाने की बात कहती थी। इससे समझ में नहीं आ रहा था कि वह ब्लैकमेल कर रही है या शादी कर साथ रहेगी। अब उन्होंने शादी कर ली है और पति-पत्नी की तरह साथ हैं।
जांच में पता चला, महिला एसडीएम के साथ रहती थी
डॉ. अनिल कुमार सिंह, डीएम, कुशीनगर ने बताया कि महिला ने शिकायत की कि वह एसडीएम के साथ हाटा स्थित उनके आवास में रह रही थी। तबादले के बाद एसडीएम सामान हापुड़ ले जा रहे थे, लेकिन उसे साथ ले जाने से इनकार कर रहे थे। एडीएम के नेतृत्व में टीम गठित कर शिकायत की जांच कराई गई तो पता चला कि महिला एसडीएम के साथ रहती थी। बाद में एसडीएम और महिला ने शादी करने की सहमति दी तो रात में ही दोनों की शादी मंदिर में कराते हुए इसका पंजीकरण भी करा दिया गया।