एबीवीटीपीएस मड़वा में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण सप्ताह में हुए विविध आयोजन
जांजगीर@M4S:ऊर्जा की बचत अपने दैनिक कार्यों में करें तभी हमारा भविष्य सुरक्षित रहेगा। ऊर्जा बचाने के तरीकों को जानना और उस पर अमल करना आवश्यक है। देश में ऊर्जा के परंपरागत स्रोत सीमित हैं इसलिए कोयला ईंधन आदि का समुचित उपयोग जरूरी है। यह विचार कार्यपालक निदेशक एसके बंजारा ने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण सप्ताह के दौरान व्यक्त किए। अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह (एबीवीटीपीएस) मड़वा में 08 से 14 दिसंबर तक राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण सप्ताह मनाया गया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त मुख्य अभियंता राजाबाबू कोसरे, एसडी द्विवेदी, पीके श्रीवास्तव, मोहम्मद शाहिद खान एवं भरत गढ़पाले की गरिमामयी उपस्थिति रही। गौरतलब है कि ऊर्जा संरक्षण के महत्व पर संदेश फैलाने और ऊर्जा दक्षता व संरक्षण में राष्ट्र की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए प्रति वर्ष 14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया जाता है।
कार्यक्रम के संयोजक अधीक्षण अभियंता जयपाल बेक द्वारा सप्ताहभर में आयोजित हुए कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया गया। विद्युत संयंत्र के प्रशासनिक भवन परिसर में कार्यपालक निदेशक एवं अतिथियों द्वारा पौधरोपण किया गया। इसके साथ ही बच्चों के बीच चित्रकला स्पर्धा, कर्मचारियों व श्रमिकों के बीच नारा प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के समापन समारोह के मुख्य अतिथि अतिरिक्त मुख्य अभियंता प्रवीण श्रीवास्तव ने कहा कि नई क्रांति के साथ ऊर्जा की खपत बढ़ रही है। धरती पर कोयला के सीमित भंडार हैं, हमें इसका वैकल्पिक स्रोत तलाशना होगा। कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं ने भी ऊर्जा संरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किए। ऊर्जा संरक्षण सप्ताह में चित्रकला स्पर्धा के विजयी प्रतिभागी बच्चे भाव्या नेताम, विशेष चैबे, अदिति साहू, जान्व्ही जायसवाल, जैन कुमार और तन्वी सिंह को प्रोत्साहित करते हुए अतिथियों द्वारा पुरस्कार दिया गया। नारा प्रतियोगिता के विजेता देवेश कुमार विजय डहरिया और किशोर कुमार साक्षी को भी पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए सहायक प्रबंध (पर्यावरण) द्वारा चलचित्र के माध्यम से उपस्थित जनसमूह को ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूक बनाया गया। कार्यक्रम का समन्वय कार्यपालन अभियंता राजगोपाल नेताम एवं सहायक अभियंता रमन सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता क्रिस्टोफर एक्का, एसके. तारेंद्र, एनके. घृतलहरे, मुख्य रसायनज्ञ उत्तम चंद्रवंशी, अभय मिश्रा, प्रकाशन अधिकारी बसंत शाहजीत समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।