कोरबा@M4S:छत्तीसगढ़ पॉवर जनरेशन के एमडी, एस के कटियार ने कोरबा पहुंचकर प्रातः 09.00 बजे आज राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से सौजन्य मुलाकात किये। मुलाकात के दौरान प्रदेश में सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति के विषय पर चर्चा किया गया। कटियार ने बताया कि 1320 मेगावाट सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट का अति शीघ्र ही माननीय मुख्यमंत्री जी के करकमलों से भूमिपूजन होना है। इस पावर प्लांट के कन्सलटेन्ट/सलाहकार के लिये एनटीपीसी लिमि. को नियुक्त किया गया है। टेंडर निर्माण से लेकर लाईट अप तक का कार्य एनटीपीसी के देखरेख में होगा। राजस्व मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में एमडी को कहा कि इस क्षेत्र के स्थानीय लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार इस पावर प्लांट में उपलब्ध कराया जाये। चर्चा के दौरान मंत्री ने बिजली आपूर्ति को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश में सरप्लस बिजली होने के बावजूद भी कई-कई घंटो तक बिजली गुल होने की शिकायत सामने आ रही है। इसको तत्काल दूर किया जाए इसकी पुनरावृत्ति न हो।
इसके पूर्व भी जयसिंह अग्रवाल की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ऊर्जा विभाग के सचिव अंकित आनंद ने वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) मनोज खरे को कोरबा में जाकर स्थिति का जायजा लेने कहा था। मनोज खरे स्वयं कोरबा आकर शहर की बिजली व्यवस्था के संबंध में आवश्यक जानकारी ली एवं बार-बार आ रही खराबी को दुरुस्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। एमडी ने कहा था कि आगामी कार्य योजना तैयार कर रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाएगा एवं अव्यवस्था को दूर किया जायेगा।
ज्ञात हो कि विगत दिनों मंत्रिमंडल के कैबिनेट बैठक में राजस्व मंत्री ने कोरबा जिले के बिजली समस्या की बात रखी थी। मंत्री जयसिंह ने कैबिनेट की बैठक के पहले भी विद्युत वितरण विभाग के प्रबंध निदेशक को पत्र लिख कर कहा था कि कोरबा में हो रहे बिजली उत्पादन से देश के कई राज्य रोशन हो रहे हैं, लेकिन हमारे लिए दुर्भाग्य की बात है कि कोरबा क्षेत्र में हमेशा बिजली की समस्या बनी रहती है। कोरबा में आए दिन किसी न किसी समस्या के चलते लंबे समय तक बिजली बंद होती रहती है। इससे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के साथ ही अनेक लघु उत्पादन इकाइयों, विद्यार्थियों और आम नागरिकों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि कोरबा अंचल में आए दिन हो रही बिजली की समस्या से आम नागरिकों में भारी आक्रोश व्याप्त है। इस समस्या को यथाशीघ्र दूर करने के लिये एमडी को निर्देशित किया गया।