कोरबा@M4S: राज्य उत्पादन कंपनी के डीएसपीएम थर्मल पावर प्लांट से निकलने वाली राख को भंडारित करने गोढ़ी में बनाया गया बांध स्थानीय लोगों के लिए समस्या बनी हुई है। आसपास के किसानों की कृषि भूमि अनुपजाऊ हो गई है। दूसरी ओर इन लोगों को प्रबंधन ना तो मुआवजा दे रहा है और ना ही स्थाई रोजगार। जिसे लेकर रामपुर क्षेत्र के विधायक ननकीराम कंवर ने गोढ़ी पहुंचकर प्रभावितों से इस बारे में बातचीत की और समाधान के लिए अधिकारियों से संपर्क किया।
ग्राम गोढ़ी में राखड़ बांध के लिए आसपास की जमीन अर्जित की गई है। गांव पहुंचे विधायक कंवर को लोगों ने बताया कि संबंधित लोगों को नियमों के अंतर्गत मुआवजा के अलावा रोजगार उपलब्ध कराया गया है। दूसरी ओर बांध से निकलने वाले पानी के चक्कर में कई समस्या पैदा हो गई है। कई एकड़ खेती योग्य जमीन किसी काम के नहीं रह गई है। इस पर लोग खेती नहीं कर पा रहे हैं और उन्हें किसी प्रकार की भरपाई प्रबंधन के द्वारा नहीं की जा रही है। लोगों ने अपनी समस्याओं से ननकीराम कंवर को अवगत कराया। प्रभावित ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2005 में डैम का निर्माण करने के बाद से यहां पर समस्या बनी हुई है। प्रबंधन इस मसले का समाधान नहीं कर रहा है। ग्रामीण लखन लाल ने बताया कि बांध से उडऩे वाली राख लगातार समस्या पैदा कर रही है। बिजली से लेकर दूसरी परेशानियां भी यहां पर कायम है। ग्रामीणों से बातचीत कर परेशानी समझने के साथ विधायक ननकीराम कंवर ने डीएसपीएम के कार्यपालक अभियंता से निराकरण के लिए चर्चा की। कंवर ने बताया कि राख बांध के किनारे नाला का प्रवाह बाधित हो गया है और इस के चक्कर में किसान अपना काम नहीं कर पा रहे है। जबकि रोजगार के नाम पर जो विकल्प दिया गया था वह बाद में संविदा श्रेणी का हो गया यह अपने आप में गलत है।गोढ़ी में बिजली कंपनी के बांध के कारण समस्याएं काफी समय से बनी हुई है। प्रभावित पक्ष के द्वारा अलग-अलग समय पर इस बारे में शिकायत की गई है, लेकिन समाधान के रास्ते नहीं निकल सके। अब ग्रामीणों में विधायक के दौरे के बाद उम्मीद जागी है।
राखड़ बांध ने खेतीहर जमीन को कर दिया बंजर ननकीराम कंवर को प्रभावितों ने सुनाया अपना दुख
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