PM MAAN KI BAAT:चंद्रयान 2 की लैडिंग का साक्षी बनने का PM मोदी ने बच्चों को दिया मौका, जानें क्या करना होगा

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नई दिल्ली@(एजेंसी):प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरे कार्यकाल में आज दूसरी बार मन की बात में कहा कि पिछली बार मैंने प्रेमचंद की कहानियों की एक पुस्तक के बारे में चर्चा की थी और हमने तय किया था कि जो भी बुक पढ़ें, उसके बारे में नरेंद्र मोदी एप के माध्यम से सबके साथ शेयर करें। बड़ी संख्या में लोगों ने अनेक प्रकार के पुस्तकों की जानकारी साझा की हैं। उन्होंने कहा कि क्यों ना हम नरेंद्र मोदी एप पर एक परमानेंट बुक कॉर्नर बना दें और जब भी नई किताब पढ़ें, उसके बारे में वहाँ लिखें, चर्चा करें। आप हमारे इस बुक कॉर्नर के लिए, कोई अच्छा सा नाम भी सुझा सकते हैं।

जानें पीएम मोदी ने मन की बात में क्या कहा

– ‘गांव चले हम’ कार्यक्रम के बारे में पूरे देश को जानकारी होनी चाहिए। कश्मीर के लोग विकास की मुख्यधारा से जुड़ने को कितने बेताब हैं, कितने उत्साही हैं यह इस कार्यक्रम से पता चलता है:

– हमारे लिए बहुत जरुरी है कि Waste to wealth बनाने का कल्चर हमारे समाज में डेवलप हो। एक तरह से कहें, तो हमें कचरे से कंचन बनाने की दिशा में, आगे बढ़ना है

– चंद्रयान 2 मिशन ने एक बार फिर यह साबित किया है कि जब बात नए-नए क्षेत्र में कुछ नया कर गुजरने की हो, Innovative Zeal की हो, तो हमारे वैज्ञानिक सर्वश्रेष्ठ हैं, विश्व-स्तरीय हैं।

– ‘मन की बात’ के माध्यम से, मैं देश के विद्यार्थी दोस्तों के साथ, युवा साथियों के साथ एक बहुत ही दिलचस्प प्रतियोगिता के बारे में जानकारी साझा करना चाहता हूँ और देश के युवक-युवतियों को निमंत्रित करता हूं।

मैं स्कूलों से, अभिभावकों से, उत्साही आचार्यों और शिक्षकों से, विशेष आग्रह करता हूँ कि वे अपने स्कूल को विजयी बनाने के लिए भरसक मेहनत करें। ईनाम के रूप में सर्वाधिक स्कोर करने वाले बच्चों को 7 सितंबर को श्रीहरिकोटा में चंद्रयान 2 की लैडिंग के क्षण का साक्षी बनने का मौका मिलेगा।

– इसके लिए, आपको क्वीज प्रतियोगिता में हिस्सा लेना होगा, सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करने होंगे, आपको विजयी होना होगा।

– हमें याद रखना चाहिए कि जीवन में भी मुश्किलों को पार करने का सामर्थ्य हमारे भीतर ही है
– मुझे पूरा विश्वास है कि आपको आसमान के भी पार अंतरिक्ष में भारत की सफलता के बारे में जरुर गर्व हुआ होगा।

– त्योहारों के अवसर पर कई मेले लगते हैं। जल संरक्षण के लिए इन मेलों का भी उपयोग करें

– मेघालय देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने अपनी जल-नीति तैयार की है, राज्य सरकार को बधाई।

– मेरे कहने से पहले भी जल संरक्षण आपके दिल को छूने वाला विषय था, सामान्य मानवी की पसंदीदा विषय था। मैं अनुभव कर रहा हूँ कि पानी के विषय ने इन दिनों हिन्दुस्तान के दिलों को झकझोर दिया है

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