जम्मू कश्मीर (Jammu And Kashmir) में सबसे बड़े आतंकी हमले में पुलवामा (Pulwama Terror Attack) के पास गुरुवार को सीआरपीएफ (CRPF) के 44 जवान शहीद हो गए और 20 से अधिक घायल हो गए। हमले के वक्त 2547 जवान 78 वाहनों के काफिले में जम्मू से श्रीनगर जा रहे थे। इसी दौरान जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदी कार से उनकी बस में टक्कर मार दी। धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए। 10 किलोमीटर तक धमाके की आवाज सुनाई दी। यह उरी हमले से भी भयावह था।
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अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अधिकतर जवान छुट्टियां बिताने के बाद ड्यूटी पर लौट रहे थे। जम्मू कश्मीर हाईवे पर अवंतिपोरा इलाके में अपराह्न करीब 3:15 बजे आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया। हमलावर की पहचान पुलवामा के काकापोरा निवासी आदिल अहमद के तौर पर हुई है। आदिल 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। कुछ दिन पहले सुरक्षा बलों ने उसे घेर लिया था, लेकिन वह चकमा देकर भाग निकला था।
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मौके पर मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि हमलावर कार में 350 किलोग्राम विस्फोटक लेकर आया था। वह गलत दिशा में कार चला रहा था और उसने जिस बस पर सीधी टक्कर मारी उसमें 39 से 44 जवान यात्रा कर रहे थे। शव इतनी बुरी तरह क्षत-विक्षत हो चुके हैं कि चिकित्सकों के लिए हताहतों की वास्तविक संख्या बताना कठिन हो रहा है। आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह हमला श्रीनगर से करीब 30 किलोमीटर दूर हुआ है।