कोरबा@M4S:भारत बंद का कोरबा शहर में असर मिला जुला रहा है। कोरबा बंद कराने संयुक्त आयोजन समिति के पदाधिकारी व सदस्यों ने सीतामणी से आईटीआई कोसाबाड़ी तक रैली निकाली। इस दौरान वे संस्थानों को बंद कराने व समर्थन की अपील करते रहे। किसी तरह की अप्रिय स्थिति निर्मित न हो इसे लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती रही।
आरक्षण के क्रीमिलेयर के विरोध में 21 अगस्त को भारत बंद का ऐलान किया गया था, जिसे लेकर कोरबा में भी संयुक्त आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने कोरबा बंद की तैयारी शुरू कर दी थी। बुधवार को सीतामणी से रैली निकाली गई। जहां टीपी नगर में बड़ी संख्या में संयुक्त आयोजन समिति के लोग बंद कराने सडक़ पर उतरे। मोटरसायकल और पैदल भ्रमण कर जमकर नारेबाजी करते हुए दुकानों को शांतिपूर्वक बंद कराने का आग्रह करते रहे। बंद को लेकर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर रही। बंद के दौरान किसी तरह का उपद्रव न फैला सके इसके लिए 300 से अधिक फोर्स तैनात किया गया है। चौक चौराहों पर भी जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। सुबह से ही सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई थी। इसके अलावा थाना चौकी क्षेत्र के प्रभारी लगातार दौरा करते रहे। बंद को लेकर जहां सडक़ पर अन्य दिनों की अपेक्षा आवाजाही कम दिखी। वहीं अधिकांश संस्थानें अन्य दिनों की तरह संचालित होती रही। हालांकि कुछ स्कूलों में जरूर छुट्टी दे दी गई थी, लेकिन अधिकांश स्कूल कॉलेज सामान्य दिनों की तरह जिले में संचालित होती रही।
बसों का परिचालन रहा जारी
बंद के दौरान लोगों को सबसे बड़ी चिंता परिवहन की थी। आंदोलन से पूर्व सर्व समिति के पदाधिकारियों ने आयोजित प्रेसवार्ता में कहा था कि सडक़ों को भी बंद कराया जाएगा, लेकिन बंद के दौरान यात्री बसों का परिचालन पूरी तरह से निर्बाध जारी रहा। ऑटो व अन्य वाहनों का आवागमन चलता रहा। इसके अलावा बुधवारी बाजार में भी दुकानें लगी थी। निहारिका क्षेत्र की अधिकांश दुकानें खुली थी। स्कूल कॉलेज सामान्य दिनों की तरह जिले में संचालित होती रही।