NSS सेजस चैतमा में पोषण पखवाड़ा एवं नेवता भोज का आयोजन 

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कोरबा@M4S:स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय चैतमा राष्ट्रीय सेवा योजना अटल बिहारी वाजपेयी विश्विद्यालय संबंध छेत्रीय निर्देशालय भोपाल,राज्य संपर्क अधिकारी छग, समन्वयक डॉ मनोज सिन्हा, जिला संगठक प्रो वाय के तिवारी, शासन प्रशासन कोरबा, जिला शिक्षा अधिकारी टी पी उपाध्याय, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एस. एन साहू,प्राचार्य संरक्षक चंद्राणी सोम के निर्देश पर एवं वीरेंद्र कुमार बंजारे ब्यख्याता जीवविज्ञान कार्यक्रम अधिकारी मार्गदर्शन में, संकुल प्रभारी दिलीप सिंह कंवर, ब्यख्याता सुरेन्द्र सिंह नेटी, पार्वती राव, विभा तांडे, नबीउल्ला सिद्दिकी पीटी, निष्ठा जायसवाल,मुरारीलाल धीवर,राजकुमारी, तापसी कंवर के गरिमामय उपस्थित में पोषण पखवाड़ा, नेवता भोज का आयोजन किया गया।
वीरेंद्र कुमार बंजारे ब्यख्याता जीवविज्ञान कार्यक्रम अधिकारी रासेयो ने बताया कि पोषण उद्देश्य “सुपोषित भारत” की अवधारणा को साकार करना है। शासकीय प्राथमिक विद्यालय बालक आश्रम चैतमा के 60से अधिक विद्यार्थियों को नेवता भोज करवाया गया। इस अभियान के तहत कुपोषण में कमी: कुपोषण की दर को 2024 तक 3% तक कम करना।
अल्पपोषण में कमी: अल्पपोषण की समस्या से प्रभावित बच्चों की संख्या को 2024 तक 2% तक कम करना।
एनीमिया में कमी: महिलाओं, बच्चों, और किशोरों में एनीमिया की दर को 3% तक कम करना।
कम वजन और कम लंबाई के बच्चों की संख्या में कमी: बच्चों में कम वजन और कम लंबाई की समस्या को कम करना।
इसके अंतर्गत, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य कर्मियों को डिजिटल उपकरणों से लैस किया गया है। इससे पोषण संबंधी जानकारी को ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुँचाना आसान हो गया है।पोषण सेवाओं की गुणवत्ता को सुधारने पर जोर दिया गया है। इसके तहत, आंगनवाड़ी केंद्रों की स्थिति में सुधार, स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच में वृद्धि, और आहार गुणवत्ता में सुधार जैसे कदम उठाए गए हैं। साथ ही, बच्चों के लिए पोषण युक्त आहार और महिलाओं के लिए विशेष पोषण योजनाओं का प्रावधान किया गया है।
स्वास्थ्य और पोषण शिक्षा: इस अभियान के तहत पोषण और स्वास्थ्य शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे बच्चों और महिलाओं को सही पोषण की जानकारी दी जा रही है और उन्हें अपने आहार में सुधार करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। न्योता भोजन’ का उद्देश्य न्योता भोजन का उद्देश्य समुदाय के बीच अपनेपन की भावना का विकास, भोजन के पोषक मूल्य में वृद्धि तथा सभी समुदाय वर्ग के बच्चों में समानता की भावना विकसित करना है। सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि न्योता भोजन, स्कूल में दिए जाने वाले भोजन का विकल्प नहीं होगा, बल्कि यह विद्यार्थियों को दिए जा रहे भोजन का पूरक होगा।


दिलीप सिंह तंवर संकुल प्रभारी ‘न्योता भोजन’ की प्रक्रिया यह पूरी तरह से स्वैच्छिक है और समुदाय के लोग अथवा कोई भी सामाजिक संगठन, स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पूर्ण भोजन का योगदान कर सकते हैं अथवा अतिरिक्त पूरक पोषण के रूप में खाद्य सामग्री का योगदान कर सकेंगे। सुरेन्द्र सिंह नेटी ब्यख्याता ने बताया कि यह पूरी तरह स्वैच्छिक है और समुदाय के लोग अथवा कोई भी सामाजिक संगठन या तो पूर्ण भोजन का योगदान कर सकते हैं या अतिरिक्त पूरक पोषण के रूप में मिठाई, नमकीन, फल या अंकुरित अनाज आदि के रूप में खाद्य सामग्री का योगदान कर सकते हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना स्वंय सेवक थानेश्वर पटेल, पीयूष तंवर, विनय महंत, संध्या कंवर, रोशनी, हिमानी, तमन्ना ,मितेश, अश्विनी, मिथलेश, निराला इत्यादि स्वंय सेवकों ने सहभागिता निभाई।

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