कोरबा@M4S: जिला चेम्बर आफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष योगेश जैन ने कोरबा स्थित पावर हाऊस में स्थानांतरण पॉलिसी के विरुद्ध कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी एवं उनकी कार्यशैली के विरुद्ध छत्तीसगढ़ राज्य पावर कंपनी के अध्यक्ष को शिकायत करते हुए उनके पिछले दो वर्ष के कार्यकाल की जांच की मांग की है।
योगेश जैन ने अपने शिकायत पत्र में लिखा है कि एचटीपीएस एवं डीएसपीएम पावर प्लांट्स में कुछ ऐसे अधिकारी है, जो कई वर्षों से एक ही स्थान पर कार्यरत है। उनकी कार्यशैली को लेकर अनेक प्रकार की अनियमितता देखी जा रही है। कुछ अधिकारी ऐसे भी है जो अभियंता संघ से सीधे तौर पर जुडे हुए हैं और उसका फायदा अपने निजी स्वार्थ के लिए भी उठा रहे है। ऐसे अधिकारी कंपनी के नियमों को ताक पर रखकर अपने चहेते प्रदायकर्ता एवं कांट्रैक्टरों के साथ मिलीभगत कर कंपनी को चूना लगाकर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं। किन्तु प्रकिया के तहत यदि किसी अन्य प्रदायकर्ता या ठेकेदार, जो उनकी गुडबुक में नहीं है, को सप्लाई या ठेका प्राप्त होता है तो उन्हें उनकी कोई गलती नहीं होने के बावजूद भी परेशान किया जाता है। ऐसे अधिकारी अपने लालच और भ्रष्ट आचरण के चलते अपने अधिनस्थ कार्यरत अधिकारी और तकनीकी कर्मचारियों पर भी नाना प्रकार का दबाव डालकर अपना ऊल्लू सीधा करने से बाज नहीं आते। ऐसे अधिकारी किसी की सुनते भी नहीं है और अपनी मनमानी करने पर आमदा रहते हैं। चाहे कपनी का कितना भी नुकसान क्यों न हो जाए। इनके द्वारा यह बताया जाता है कि स्थानांतरण होने के उपरांत 6 माह के अंदर पुन: हम कोरबा में ही पदस्थ किये जायेंगे, जो कि न्यायोचित नहीं होगा।उन्होंने पत्र में आगे लिखा है कि ऐसे अधिकारियों, कर्मचारियों का समय- समय पर अन्यत्र स्थानांतरण कंपनी तथा प्रदेश हित में एवं कंपनी की साख के लिए भी आवश्यक है, जिससे उनके तानाशाही रवैए पर भी रोक लग सके। चेम्बर अध्यक्ष ने अनुरोध किया है कि चेम्बर के सुझाव सह शिकायत पत्र को संज्ञान में लेकर, ऐसे अधिकारियों के पिछले 2 सालों में किये गये कार्यों की आवश्यक जांच-पड़ताल कर यथोचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
शिकायत पत्र की प्रतिलिपि प्रदेश के मुख्यमंत्री और ऊर्जा सचिव को भी भेजी गई है।
जिले के पावर प्लांट में लंबे समय से जमे हैं अधिकारी कर्मचारी चेंबर अध्यक्ष ने दो वर्ष के कार्यकाल की जांच की मांग की
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