संस्था के अध्यक्ष ने कलेक्टर से की लिखित शिकायत
कोरबा@M4S: वृद्धाश्रम जैसे संस्थानों के कार्यों में भी निगम के ठेकेदार गड़बड़ी करने और लापरवाही से नहीं चुकते हैं। निगम के ठेकेदार ने प्रशांति वृद्धाश्रम के शौचालयों में नई टॉयलेट सीट और फ्लश लगाने की बजाए पुराने का इस्तेमाल कर दिया। इसकी शिकायत कलेक्टर से की गई है।
प्रशांति वृद्धाश्रम के शौचालय और स्नानघरों को नए सिरे से तैयार करने सहित अन्य कार्यों के लिए नगर पालिक निगम, कोरबा ने छह लाख रुपए की निविदा जारी की थी। कार्य आबंटन मनोज अग्रवाल नामक ठेकेदार को जारी किया गया था। वृद्धाश्रम के पुरुष एवं महिला वार्ड के शौचालयों व स्नानघरों को नए सिरे से तैयार करना था। ठेकेदार ने शौचालयों में नई टॉयलेट सीट लगाने के बजाए पुरानी सीट को ही बिठा दिया। फ्लश भी पुराने वाले इस्तेमाल किए गए। कुछेक सामाग्री नई लगाई गई, लेकिन उसकी गुणवत्ता ठीक नहीं है। इसी तरह स्नानघरों में पुराने वर्षों से उपयोग हुए पाइप और नलों को लगा दिया।
शॉवर का भी काम नहीं किया गया। वॉश बेसिन भी पुरानी ही लगा दी गई। कार्य आबंटन के अनुसार कई कार्य नहीं किए गए हैं।
इस संदर्भ में प्रशांति वृद्धाश्रम का संचालन करने वाली नवदृष्टि समाजसेवी संस्था के पदाधिकारियों ने ठेकेदार मनोज अग्रवाल एवं निगम के सर्वमंगला जोन प्रभारी एनके नाथ से कई बार कहा था कि कार्य उचित तरीके से नहीं हो रहा है, लेकिन बात नहीं सुनी गई। 27 फरवरी को ठेकेदार मनोज अग्रवाल ने जोन प्रभारी एनके नाथ को वृद्धाश्रम लाकर मुआयना करा दिया गया कि कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इस संदर्भ में नवदृष्टि समाजसेवी संस्था के अध्यक्ष सादिक शेख ने जोन प्रभारी एनके नाथ से जानकारी चाही तो उन्होंने बताया कि कार्य पूर्ण हो गया था। श्री शेख ने जोन प्रभारी से कहा कि ठेकेदार ने पुराने सामानों का ही उपयोग कर दिया है तथा कुछेक अन्य कार्य भी, जो निविदा अनुसार किए जाने थे नहीं किए गए हैं। जोन प्रभारी ने शिकायत पर कोई रिस्पांस नहीं दिया और आरटीआई के जरिए जानकारी लेने की बात कही। नवदृष्टि समाजसेवी संस्था के अध्यक्ष सादिक शेख ने इस संदर्भ में कलेक्टर को लिखित शिकायत देते हुए जांच एवं कार्रवाई के लिए अनुरोध किया है।