कोरबा@M4S:कोरबा के कुसमुंडा थाना क्षेत्र के नरईबोध के एक बावलीनुमा कुआं में युवक की लाश मिली थी,प्रथम दृष्टया मामला संदेहास्पद प्रतीत हो रहा था, इस आधार पर पुलिस ने अपनी जांच तेज की, जिसका परिणाम रहा कि 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने मामले को सुलझा लिया है। कत्ल की वारदात को मृतक की प्रेमिका और उसके भाई-बहन ने मिलकर अंजाम दिया था, एक दिन पहले नरईबोध के कुएं में महेन्द्र पाल की लाश मिली थी। उसका शरीर झुलसा हुआ था, उसके पर्स पर मिले विभिन्न आईडी कार्ड के आधार पर उसकी शिनाख्त की गई थी। कुएं के पास ही उसकी साइकिल मिली थी। पुलिस को मामला संदेहास्पद प्रतीत हो रहा था। इस आधार पर पुलिस ने गांव में ही पूछताछ शुरू की। पूछताछ में पता चला कि महेन्द्रपाल नरईबोध निवासी एक युवती के घर आना-जाना करता था। पुलिस को पूछताछ में पता चला कि दो शादियां करने वाले मृतक महेन्द्र पाल का प्रेम संबंध युवती से चला आ रहा था। पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि कुछ समय पहले किसी की जमानत को लेकर उसने प्रेमिका से जमीन का भू-पट्टा लिया था लेकिन वह भू-पट्टा लौटा नहीं रहा था, जिसे लेकर प्रेमिका व उसके परिवार के बीच विवाद होता था। बताया जा रहा है कि इसी विवाद से खफा होकर प्रेमिका ने अपने भाई-बहन के साथ मिलकर हत्या कर दी, शराब पीने के आदी महेन्द्र को नरईबोध बुलाया गया, जहां घर में बिठाकर उसे शराब पिलाई गई, नशा चढ़ने पर प्रेमिका ने बांस के डंडे से उसके सिर पर जोरदार वार कर दिया। इसके बाद उसके भाई-बहन ने गला घोंटकर महेन्द्र की हत्या कर दी, हत्या करने के बाद उन्होंने शव को गांव के कुएं में डाल दिया, साथ ही कुएं के पास ही उसका साइकिल भी रख दिया जिससे पुलिस को यह मामला सड़क दुर्घटना का प्रतीत हो, महेन्द्र की हत्या करने वालों ने पुलिस को भी गुमराह करने का पूरा प्रयास किया, बताया जाता है कि हत्या के बाद उन्होंने उसकी जेब में कई आई कार्ड और एक कंडोम का पैकेट रख दिया था, लेकिन पुलिस को गुमराह करने की मंशा में अपराधी कामयाब नहीं हो सके, वहीं दूसरी ओर 24 घंटे के भीतर अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा लेने से पुलिस ने राहत की सांस ली है।