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कोरबा@M4S:कोरबा में जमीन का मुआवज़ा और नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले मोस्ट वांटेड ईनामी ठगराज शंकर रजक और उसके पुत्र अजय रजक को कोरबा पुलिस की एक टीम ने अंबिकापुर से गिरफ्तार करने में सफालता पाई है ,ठांगराज का एक पुत्र अभी भी पुलिस पकड़ से दूर है,जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है,ए एस पी कीर्तन राठौर ने एस पी कार्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित कर मामले का खुलासा करते हुए बताया की कोरबा के अलग अलग थानों में एक दर्जन ठगी के मामले दर्ज है,जिसमे शंकर रजक ने सात करोड़ से अधिक की ठगी की है, जमीन का मुआवजा एवं नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले मोस्ट वांटेड ईनामी ठगराज शंकर रजक एवं उसके पुत्र अजय रजक को कोरबा पुलिस की एक टीम ने अंबिकापुर से गिरफ्तार करने में सफालता पाई है ।ठगराज का एक पुत्र अभी भी पुलिस पकड़ से दूर है। जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है, शंकर रजक एवं संस ने समाज सेवा का चोला ओढक़र जमकर मेवा खाया है ।
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ठगराजों ने विभिन्न हथकंडों के माध्यम से कोरबा जिला ही नहीं बल्कि अन्य जिलों में बेरोजगार युवकों को नौकरी लगाने के नाम पर उनका आर्थिक शोषण करते हुए लाखों रुपए ठग लिया था। मगर इनमें से किसी भी बेरोजगार युवक की नौकरी नहीं लगी, जिसके कारण पीडि़तों ने पुलिस के उच्चाधिकारियों के यहां लिखित शिकायत आवेदन देकर इस मामले में जांच प्रक्रिया पूर्ण कर आरोपी एवं उसके पुत्रों के विरूद्ध कार्रवाई किये जाने का मांग किया था।बताया जाता है कि शिकायत आवेदनों के आधार पर आरोपियों के विरूद्ध कवर्धा जिला में कूटरचना कर धोखाधड़ी किये जाने का जुर्म दर्ज कर लिया गया था।जिसके बाद कोरबा में उनके द्वारा करोड़ों की ठगी के मामले खुलने लगे ।
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इन मामलों में जिले विभिन्न थानों में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किए गए । इस मामले में एसपी मयंक श्रीवास्तव ने शंकर रजक एवं उसके परिवार के सदस्यों पर कुल 10-10 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया था।इसके अलावा आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें लगायी गई थी। लेकिन आरोपी कोरबा जिले से बाहर निकल गए थे। जिसके कारण उनके संबंध में कोई ठोस सुराग हासिल नहीं हो पा रहा था। गौरतलब है कि कल देर शाम मुखबिर से मिली सूचना पर एसपी मयंक श्रीवास्तव के निर्देशन में कोरबा एवं अंबिकापुर की पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए आरोपी शंकर रजक एवं उसके पुत्र अजय रजक को अंबिकापुर में धर दबोचा ।आरोपियों को कोरबा लाया गया है। ठगराज का एक पुत्र रवि रजक अब भी फरार है। ज्ञात रहे कि पिछले दिनों पुलिस ने ठगराज के दो सहयोगियों को पकडऩे में सफलता हासिल की थी।
अंबिकापुर से हुई ग्रिफ्तारी
शंकर रजक अपने दोनों पुत्रों के साथ अंबिकापुर में किराए का मकान लेकर रह रहा था। बताया यह जा रहा है कि जब पुलिस ने उसके मकान में दबिश दी, उस वक्त शंकर रजक और उसका पुत्र अजय रजक घर पर थे। जबकि उसका एक पुत्र रवि सब्जी खरीदने बाजार गया हुआ था। जिसके कारण वह पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका। लिहाजा पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी है। खबर यह भी है कि पुलिस ने आरोपियों को उनके वाहन के जीपीआरएस सिस्टम के आधार पर पकड़ा है।