कोरबा@M4S:देशभर की लगभग 50 प्रतिशत महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण वाले बिल के लोकसभा व राज्यसभा में पास हो जाने के बाद कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने कहा है कि यह देश भर की महिलाओं के लिए सुखद समाचार है लेकिन महिला आरक्षण देश में कब लागू होगा इसे मोदी सरकार को स्पष्ट करना चाहिए।
श्रीमती महंत ने कहा कि मोदी सरकार का यह भी एक जुमला बिल है जो चुनाव के ठीक पहले पास किया गया है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि देश भर के लगभग 70 करोड़ महिलाओं के लिए यह तब हर्ष की बात होती जब उक्त बिल 2024 लोकसभा चुनाव से पूर्व लागू हो जाता। उन्होंने बताया कि महिला बिल के नाम पर मोदी सरकार और भाजपा के लोग झूठी वाहवाही लूट रहे हैं। दरअसल उक्त बिल भले ही लोकसभा और फिर राज्य सभा में पास हो गया लेकिन इसे देश की जनगणना व परिसीमन के बाद ही लागू किया जा सकेगा। ऐसे में यह मुश्किल है कि उक्त महिला आरक्षण बिल 2029 तक पूर्ण रूप से लागू हो जाए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार 2014 से जब से सत्ता में आई है तब से महिला आरक्षण बिल को लेकर मौन क्यों थी, अब जबकि इसी साल पांच राज्यों में चुनाव है और वर्ष 2024 में लोकसभा का चुनाव है उसे देखते हुए देशभर की 50 प्रतिशत महिलाओं को लुभाने के लिए उनका मत लेने के लिए यह जुमला बिल प्रस्तुत किया है। यदि इस महिला आरक्षण बिल के प्रति मोदी सरकार सही मायने में महिलाओं की चिंता करती है तो इसे लोकसभा चुनाव 2024 से पूर्व लागू करें।