नई दिल्ली(एजेंसी):बढ़ते इंटरनेट के साथ ही लगभग सभी चीजे ऑनलाइन हो गई थी। ऐसे में बैंकिंग फ्रॉड्स भी बढ़ते जा रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि बीते कुछ सालों में बैंकिंग ऐप्स ज्यादा एक्टिव हो गए है। हाल ही में एक घटना सामने आई है, जिसमें एक ऐप में रजिस्टर करने से बैंकिंग फ्रॉड हुआ है।जी हां एक नई एक मीडिया रिपोर्ट में जानकारी मिली है कि कई कस्टमर्स के बैंक अकाउंट अजनबियों के मोबाइल नंबरों से जुड़े हुए थे, जो एक तरह से बैंक के नियमों का उल्लंघन है। ये घटना बैंक ऑफ बड़ौदा की है। इस घटना के कारण RBI ने बैंक ऑफ बड़ौदा को अपने ऐप ‘BOB वर्ल्ड’ पर नए कस्टमर्स को शामिल करने से रोक दिया है।
क्या बैंक कर्मचारी भी है शामिल
- बता दें कि कुछ ऐसे भी मामले भी सामने आए हैं , जिसमें इन अजनबियों ने बैंक कर्मचारियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी करके कस्टमर्स बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लिए है।
- बता दें कि यह घटना मार्च 2022 में शुरू हुई जब कंपनी की मैनेजमेंट ने ‘बॉब वर्ल्ड’ कस्टमर्स के रजिस्ट्रेशन को बढ़ाने के लिए रीजनल ब्रॉड पर दबाव डालना शुरू कर दिया था।
- जिसके चलते कर्मचारी कभी-कभी ‘बॉब वर्ल्ड’ के डाउनलोड को बढ़ाने के लिए कस्टमर्स के बैंक खातों को लिंक करने के लिए अपने स्वयं के मोबाइल नंबर्स का उपयोग करते थे।
- कर्मचारियों के मोबाइल नंबरों पर OTP आने के बाद, ऐप रजिस्ट्रेशन पूरा किया जा सका और डाउनलोड की संख्या बढ़ गई।
- कुछ मामलों में, ये मोबाइल नंबर बैंक के एजेंटों के थे जिन्हें बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट (बीसी) के रूप में जाना जाता है जो दूरदराज के इलाकों में काम करते हैं।
बैंक अकाउंट को कैसे रखें सुरक्षित
यहां हम आपको कुछ तरीके बताएंगे, जिससे आप आसानी से अपना अकाउंट सुरक्षित रख सकते हैं।
मोबाइल नंबर लिंक करना
अपने बैंक अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए इस अकाउंट खोलते ही आपको अपना मोबाइल नंबर अपने बैंक अकाउंट के साथ-साथ नेट बैंकिंग से भी लिंक करना होगा। ऐसा करने से एक बार जब आपका मोबाइल नंबर बैंक खाते से लिंक हो जाता है, तो नया नंबर लिंक नहीं किया जा सकता है।
ओटीपी शेयर न करें
अपने अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए इस बात का ध्यान रखें कि आप अपने फोन पर आने वाले ओटोपी को किसी के साथ शेयर ना करें। RBI का कहना है कि पासवर्ड को बैंक कर्मचारियों के साथ भी साझा नहीं किया जाना चाहिए।
साइबर पुलिस को करें अपडेट
अगर कोई संदिग्ध घटनी होती है तो मामले की सूचना तुरंत बैंक और साइबर पुलिस को दें। बैंक की गलती के कारण अवैध रूप से ट्रांसफर किए गए धन की वसूली करना बैंक की जिम्मेदारी है।